तीन साल बाद फिर नीतीश कुमार रजग गठबंधन के साथ
सुभाष चौधरी /प्रधान संपादक
पटना : नीतीश कुमार ने गुरुवार को छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उनके साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने भी उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उल्लेखनीय है कि सुशील मोदी दूसरी बार बिहार के उप मुख्यमंत्री बने हैं. इसके साथ ही तीन साल बाद एक बार फिर नितीश कुमार रजग गठबंधन के साथ आ गये हैं. राज्यपाल ने नीतीश कुमार को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 29 जुलाई तक का वक्त दिया है.
दूसरी तरफ राजद एवं कांग्रेस के विधायकों ने तेजस्वी यादव को अपना नेता चुना है. आज सुबह आनन्श फानन में हुए शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के कोई भी नेता शामिल नहीं हुए.
गौरतलब है की नीतीश कुमार ने बुधवार शाम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफे के साथ ही बिहार में राजनीतिक गतिविधि तेज हो चली थी. एक तरफ नितीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव की राजद से गठबंधन तोड़ लिया. जबकि लगे हाथों भजपा ने नितीश कुमार को विना शर्त समर्थन देने के ऐलान क्र दिया था. इसके बाद बुधवार की रात सीएम आवास पर जदयू और भाजपा विधायकों की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में नीतीश कुमार को एनडीए विधायक दल का नेता चुन लिया गया. तत्काल ही दोनों दलों के विधायकों ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया था.
बुधवार रात तक यही खबर आई कि नितीश कुमार गुरूवार शाम 5 बजे शपथ लेंगे लेकिन गुरुवार सुबह अचानक ही इसकी घोषणा की गयी कि सुबह ही शपथग्रहण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. विपक्ष को इस घटना से बड़ा राजनीतिक झटका लगा है.
हालाँकि कहा जा रहा है कि दिल्ली में जद यू नेता शरद यादव नितीश कुमार के इस फैसले से नाराज हैं और अब तक मिडिया के सामने नहीं आये हैं जबकि पार्टी के महासचिव के सी त्यागी ने इअका पुरजोर समर्थ किया है और बिहार की जनता के विकास के लिए आवश्यक बताया है.