गुरुग्राम , 25 जून: हरियाणा के जिला गुरुग्राम में पब्लिक-प्राईवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर आधारित एक अस्पताल बनाया जाएगा, जिसके बनने के बाद जिला के निर्धन और मध्यमवर्गीय लोगों को ईलाज के लिए दिल्ली या अन्य शहरों में नही जाना पड़ेगा।
ये बात हरियाणा के लोक निर्माण, वन एवं नागरिक उड्डयन मंत्री राव नरबीर सिंह ने आज गुरुग्राम में जन समस्याएं सुनने उपरांत उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि गुरुग्राम जिला शिक्षा, आईटी और मैडिकल हब बन चुका है, लेकिन निर्धन परिवारों के लिए अब भी यहां इलाज करवाना कठिन है क्योंकि यहां के अस्पतालों में ईलाज करवाने के लिए बहुत अधिक धनराशि की आवश्यकता होती है। इसलिए उनका प्रयास है कि जिला गरीब और मध्यमवर्गीय व्यक्तियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए जिला में एक पीपीपी मॉडल का अस्पताल बनवाया जाएगा।
राव नरबीर सिंह ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि पिछले दिनों किसी काम से उनका चैन्नई जाना हुआ। वहां उन्होंने एक सरकारी अस्पताल का दौरा किया और देखा की वहां का सरकारी अस्पताल यहां के निजी अस्पतालों से अधिक सुविधाओं से युक्त था। उन्होंने इस बात का जिक्र मुख्यमंत्री मनोहर लाल से किया और गुरुग्राम में भी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त पीपीपी मॉडल पर आधारित एक अस्पताल गुरुग्राम में बनवाने की मंशा जाहिर की। उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही गुरुग्राम में एक ऐसा अस्पताल होगा।
राव नरबीर सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार के 32 महीनों के कार्यकाल में गुरुग्राम जिला में अभूतपूर्व परिवर्तन हुए है। जिनमें शहर के मुख्य चौराहों जैसे हीरो होंडा चौक का निर्माण, इफ्को चौक, राजीव चौक और सिग्रेचर टावर चौक का सुधारीकरण और निर्माण, केएमपी के एक चरण की शुरूआत, दूसरे चरण पर तेजी से चल रहा काम, शहर की सभी सडक़ों का सुधारीकरण, हुडा सैक्टरों की सडक़ों का लगभग 103 करोड़ रूपए से सुधार व नवीनीकरण और जिलावासियों की सबसे बड़ी विश्वविद्यालय की मांग को भी वर्तमान सरकार ने पूरा किया है। इतना ही नहंीं वित्त वर्ष 2017-18 में गुरुग्राम में लगभग 5 हजार करोड़ रूपए के अन्य विकास कार्य करवाने की उनकी योजना है।