अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पीएम मोदी के नेतृत्व में बड़ी उपलब्धि
वाईएमसीए विज्ञान तथा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री ने किया योगाभ्यास
आर एस चौहान
गुरूग्राम, 21 जून : केन्द्रीय शहरी विकास, योजना, आवास तथा शहरी गरीबी उन्मूलन राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने आज गुरूग्राम में वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद तथा हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा केन्द्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद्, आयुष मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में हिस्सा लिया।
केन्द्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा विश्वविद्यालय को गुरूग्राम में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। हिपा परिसर, सेक्टर-18, गुरूग्राम में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान ने भी सहयोगी दिया। समारोह में लगभग 500 प्रतिभागियों ने योग सत्र में हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्रोचारण तथा प्रार्थना से हुआ, जिसके उपरांत योग सत्र आयोजित किया गया। इस अवसर पर वाईएमसीए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार, हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू, हिपा के महानिदेशक डॉ. जी. प्रसन्ना कुमार तथा भारतीय शिक्षा मंडल-हरियाणा के प्रभारी श्री पुष्पेन्द्र राठी भी उपस्थित रहे तथा योग सत्र में हिस्सा लिया। योग सत्र में विश्वविद्यालय के कर्मचारियों, विद्यार्थियों के अलावा काफी संख्या में योग साधकों ने भी हिस्सा लिया। योग सत्र का आयोजन वाईएमसीए विश्वविद्यालय के खेल अधिकारी डॉ. राजेश कुमार की देखरेख में आयोजित किया गया, जिन्होंने विभिन्न योगासनों की जानकारी दी तथा दैनिक जीवन में योगासन के महत्व को बताया।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने स्वस्थ एवं संपूर्ण जीवन शैली के लिए योग अभ्यास की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारत की पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का निर्णय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि योग एक प्राचीन परम्परा है जो भारत को पूरी दुनिया से जोड़ता है तथा शांति एवं सद्भावना को बढ़ावा देता है। मानसिक शांति और आत्म संतुष्टि प्राप्त करने के लिए योग बेहद जरूरी है।
उन्होंने बताया कि यूरोपियन देशों में योग का प्रसार निरंतर बढ रहा है, जिससे इस क्षेत्र में रोजगार के संभावनाएं भी बढ़ रही है। इसलिए, करियर के रूप में भी योग को अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने आह्वान किया कि योग को एक दिवसीय गतिविधि न बनाये अपितु इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाये।
इससे पूर्व अपने स्वागतीय संबोधन में कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने केन्द्रीय मंत्री का समारोह में पहुंचकर इसे सफल बनाने के लिए आभार जताया। उन्होंने समारोह के सफल आयोजन पर कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति तथा हिपा के महानिदेशक का भी धन्यवाद किया। कार्यक्रम को डॉ. जी. प्रसन्ना कुमार ने भी संबोधित किया।
समारोह के समापन पर कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया तथा योग को मानवता के लिए बहुमूल्य वरदान बताया।
समारोह के दौरान आयोजित योग सत्र में आयुष मंत्रालय द्वारा जारी सामान्य योग अभ्यासक्रम का अनुसरण करते हुए विभिन्न मुद्राओं में योगासन करवाये गये, जिसमें ताडासन, वृृक्षासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन, भद्रासन, शशांकासन, अर्धउष्टासन, वक्रासन, भुजंगासन, शलभासन, मकरासन, सेतुबंध सर्वांगसन, पवन मुक्तासन एवं श्वासन करवाये गये। इसके अलावा, कपालभाति और अन्य प्राणायाम भी करवाये गये। योग सत्र का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ तथा प्रतिभागियों को फलाहार करवाया गया।