मारुति केस में बरी 117 श्रमिकों की नौकरी में वापसी की मांग के लिए यूनियन का प्रदर्शन

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प्रदर्शन में छह यूनियन हुईं शामिल 

उपायुक्त के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन 

मारुति केस में बरी 117 श्रमिकों की नौकरी में वापसी की मांग के लिए यूनियन का प्रदर्शन 2गुरुग्राम। मानेसर के मारुति में हुई घटना में जिला गुरुग्राम अदालत से बाईज्जत बरी हुए 117 श्रमिकों की नौकरी वापसी की मांग तेज हो गई। वीरवार को मारुति सुजुकी मजदूर संघ की छहों यूनियन ने मानेसर बर्खास्त प्रोविजनल कमेटी के साथ बरी हुए श्रमिकों की नौकरी वापसी के लिए रैली निकाली, मिनी सचिवालय में उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया। संघ के नेताओं ने उपायुक्त महोदय के नाम तहसीलदार नौरंग राय को अपनी मांगों का ज्ञापन दिया।
मारुति उद्योग कामगार यूनियन के महासचिव ने कहा कि मानेसर प्लांट में घटना के बाद पुलिस की धरपकड़ से 148 श्रमिकों को जेल में डाल दिया था, करीब साढ़े चार साल जेल में रहने के बाद जिला न्यायालय ने उन्हें बरी कर दिया, इनमे 18 श्रमिक ऐसे हैं जिनको कम्पनी प्रबन्धन ने घटना के महीनेभर ब्याड कम्पनी चालू करते वक्त कम्पनी जोइनिंग लेटर भी दिया था। जिन्हें अबतक जॉइन नहीं किया है।

मानेसर वर्कर यूनियन तथा एमपीटी के प्रधान अजमेर सिंह, मनोज कुमार ने कहा कि जिला न्यायालय ने जब श्रमिकों को बेकसूर साबित कर दिया तो उनकी नौकरी वापस क्यों नहीं हो रही है। उन्हें तुरन्त नौकरी पर वापस लिया जाना चाहिए। प्रदर्शन में प्रोविजनल कमेटी से रामनिवास, जितेंद्र, खुशीराम, सतीश कुमार, मारुति मानेसर यूनियन से दौलतराम, राकेश दक्ष, अशोक कुमार, बृजेश आदि सहित सैंकड़ो बरी हुए श्रमिक थे।

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