मिशन इंद्रधनुष को कामयाब बनाने के लिये उलमा और अधिकारियों की बैठक

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तसलीम अलवी

 
मेवात, 18 मई :  मिशन इंद्रधनुष को कामयाब बनाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग हरियाणा के प्रधान सचिव अमित झा ने बृहसपतिवार को नूंह के लघु सचिवलाय सभागार में मिशन इंद्रधनुष के चरण-4 के दूसरे फैज को लेकर मुस्लिम धर्म गुरूओं, स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों, आशा वर्करों और ग्राम सरपंचों के साथ बेठक के दिशा निर्देश दिये वहीं मुस्लिम उमलाओं से इसमें अपनी भागीदारी शुनिश्चत करने का आहवान किया।
 
   प्रधान सचिव अमित झा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा, टीकाकरण कार्यक्रम सबसे अधिक लागत प्रभावी सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप में से एक है। यह कार्यक्रम वैक्सीन प्रिवेंटेबल डिसीज अर्थात बचपन के तपेदिक, हेपेटाइटिस बी वायरस के संक्रमण, लकवाग्रस्त,पोलियो, योमाइलाइटिस, डिप्थेरिया,पर्टुसिस, नवजात टेटनस, एच इन्लुएंजा टाइप बी संक्रमण, मेसल्स, जापानी एन्सेफलाइटिस, रोटावायरस के कारण दस्त प्रदान करता है। प्रभावी टीकाकरण कवरेज पांच मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर  के अंतर्गत काफी कम हो सकती है। राज्य ने मिशन इंद्रधनुष के चरण के लिए भी कार्यान्वित किया है!  
 
   अमित झा ने आगे कहा, टीकाकरण सेवा फिक्स्ड साइट अस्पताल, एसडीएच, सीएचसी, यूएचसी , पीएचसी, आउटरीच टीकाकरण सत्र स्वास्थ्य उप-केंद्र , आंगनवाडी केंद्र, के माध्यम से की जाती है। एन.एफ.एच.एस. 2015-16 के अनुसार हरियाणा में पूर्ण टीकाकरण कवरेज 62.2 प्रतिशत  है और विश्व स्वास्थ्य संगठन की निगरानी 2016 के अनुसार 83 प्रतिशत  है। उन्होंने बताया कि चार जिलों अंबाला, पंचकूला, करनाल और कैथल में भी 90 प्रतिशत से अधिक बच्चों को पूरी तरह से प्रतिरक्षित किया गया है, अंबाला में 97 प्रतिशत है। जबकि 6 जिलों झज्जर, रेवाड़ी, पलवल, गुरुग्राम, फरीदाबाद 62.2 प्रतिशत के नीचे है जबकी मेवात राज्य औसत प्रतिरक्षित कवरेज में 13 प्रतिशत है।स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डा. सतीश अ्रगवाल ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष के चौथे चरण के दुसरे चरण की शुरुआत हो चुकी है।
 
उन्होने सभी आशा वर्करों, मुस्लिम धर्म गुरूओं और ग्राम सरपंचों से आह्वान किया कि वे इस कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा सहयोग दे ताकि कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके। इन सभी बैठकों में एक बात साफ तौर पर कही गई कि मेवात में टीकाकरण को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा दिया जाए। गांवों में आशा वर्कर और आंगनवाड़ी वर्कर इस काम में आगे बढ़कर सहयोग करें। उन्होंने ने कहा कि बच्चे अबोध होते हैं और उनको टीकाकरण का ज्ञान नहीं, इसलिए उनको टीके लगना सुनिश्चित हो, इसे अपना दायित्व समझकर सभी लोग समाज में प्रयास करें। सरकार केवल टीके उपलब्ध करा सकती है लेकिन ग्राम सरपंच, धर्म गुरू गांव और समाज में टीकाकरण को लेकर लोगों को प्रेरित करने का काम करें।
 
    इस अवसर पर अनीत पी कुमार ने कहा कि यह कार्यक्रम 15 से 22 मई तक चलेगा। टीकाकरण सत्रों का सावधानी पूर्वक नियोजन जिले द्वारा सुनिश्चित किया जाना है, क्योंकि यह प्रतिरक्षण कार्यक्रम के प्रभावी और प्रभावी निष्पादन के लिए प्रमुख घटक है। सभी जिलों में टीकाकरण सेवाओं की मांग को बढ़ाने के लिए प्रभावी संचार और सामाजिक जुटाने की आवश्यकता है। सिविल सर्जनों को बेहतर कवरेज के लिए निगरानी और फ्रंटलाइन श्रमिकों के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों की गहन प्रशिक्षण सुनिश्चित करना चाहिए।
 
 इस मौके पर मेवात उपायुक्त मणि राम शर्मा, एसपी नवीन भसीन, एडीसी नरेश नरवाल, जमीयत उलमा हिंद नोर्थ जोन के अध्यक्ष मोलाना याहया करीमी, उपाध्यक्ष मोलाना शेर मोहम्मद, रजिया बेगम, सीएमओ डाक्टर एसआर सिवाच, डिप्टी सीएमओ डाक्टर एसके कौशिक  सहित काफी अधिकारी आर प्रमुख लोग माजूद थ

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