पटना: बीते दिनों जवाहरलाल नेहरू विवि (जेएनयू) में एक कार्यक्रम के दौरान लगे भारत नारों के कारण चर्चा में आए जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार मंगलवार को पटना पहुंचे। पटना एयरपोर्ट पर एआईएसएफ के कार्यकर्ताओं ने उनका शानदार स्वागत किया।
इस अवसर पर कन्हैया ने कश्मीर के उड़ी में आतंकी हिंसा में शहीद सैनिकों पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सीमा पर मरते हैं और कुछ लोग खेतों में काम करते-करते मरते हैं, लेकिन उन सबके पक्ष में कोई नीतियां नहीं बनती हैं।
कन्हैया ने कहा कि हमें इन मुद्दों पर सकारात्मक कदम उठाने की जरूरत है। देश खुशहाल होगा तभी स्थितियां सुधरेंगी। देश की खुशहाल स्थिति से ही पड़ोसी को डराने का प्रयास किया जा सकता है, अन्यथा नहीं। इसीलिए एेसे मामलों पर गंभीरता से सोचने की जरुरत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कन्हैया ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इसी मुद्दे को लेकर चुनाव लड़ा था कि हम आतंकी का एक सिर के बदले 10 सिर काट कर लाएंगे, लेकिन उनके तमाम वादे देश की सुरक्षा, छात्रों का भविष्य को लेकर फेल हो चुके हैं।
उन्होंनेे कहा कि जब लाल बहादुर शास्त्री रेलमंत्री हुआ करते थे तो रेल दुर्घटना पर जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देते थे। लेकिन आज लगातार जवानों के ऊपर हमले हो रहे हैं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं और दलितों के ऊपर अत्याचार हो रहे और प्रधानमंत्री चुप्पी साधे रहते हैं।
कन्हैया ने आज शाम 5:30 बजे बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में ‘तानाशाहियों के दौर में लोकतंत्र का संघर्ष’ विषय पर व्याख्यान दिया। इसके बाद कन्हैया ने पत्रकारों से भी बातचीत की।
विदित हो कि जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया मूलत: बिहार के बेगूसराय के रहने वाले हैं। बीते दिनों अपनी पटना यात्रा के दौरान उन्होंने बिहार में पूर्ण शराबबंदी के विरोध में बयान देकर विवाद खड़ा किया था।
सुरक्षा मामले में मोदी विफल : कन्हैया
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