फरीदाबाद/तिगांव : तिगांव स्थित कुराली मोड़ के नजदीक चल रही शिवपुराण कथा के चौथे दिन महंत राधे श्याम व्यास ने शिवभक्तों को बताया कि शिव का पूजन करने वाले व्यक्ति को सहज ही समस्त देवी देवाताओं की पूजा करने का फल मिल जाता है।
मानव को चाहिए कि वह अपने घर व नगर के शिवालय में शिव की पूजा अवश्य करें।
वहीं भक्तों को बताया कि जिस दिन शिवलिंग प्रकट हुआ उस दिन को प्रदोष कहा गया,जबकि जिस दिन शिवलिंग की पूजा शुरू हुई उस दिन को शिवरात्रि कहा गया है। जिसका अधिकतर शिवभक्त व्रत रखते हैं।कथा के दौरान मंहत राधे-श्याम ने कहा कि भगवान शिव व शिवलिंग का निरंतर व श्रधा पूर्वक पूजन करने से समस्त पापों, तापों और संतापों को नाश हो जाता है।
व्यास जी ने अपनी बात पर पुनः जोर देते हुए कहा कि मानव चाहें किसी की भी पूजा अर्चना करता है उसको शिव की पूजा अवश्य करनी चाहिए। अगर मानव किसी भी देवी-देवाताओ की पूजा करता है और शिव का पूजन नहीं करता तो उसको पूजा का सही फल नहीं मिल पाता है। व्यास जी ने उन्होंने भक्तों समझाते हुए कहा कि शिव की मानव के अलावा देवी-देवता और राक्षस ,गण भी पूजा करते है और शिव प्रसन्न होकर अपने भक्त की मनोकामना पूर्ण करते हैं। इसी कारण इनको देवों का देव कहा जाता है।
वहीं मंहत जी ने शिवपुराण कथा के बीच-बीच में कथा श्रवण करने आए शिव भक्तों को ग्रह-नक्षत्र व वास्तु के टिप्स दिए ताकि अधिक से अधिक लोगों का भला हो सके। इस कथा को सुनने दूर-दराज के अलावा आसपास के हजारों की संख्या में ग्रामीण पहुंच रहे हैं। इस अवसर पर कपड़ा समिति प्रधान राजेन्द्र बिंदल, नगेन्द्र उर्फ गिन्नी प्रधान समिति, पप्पी नागर, राजेश वर्मा, भगवत मित्तल, ज्ञानचन्द्र मित्तल, बिजेन्द्र कपड़ा वाले,बिजेन्द्र गर्ग के अलावा हजारों की सख्यां में महिला,पुरूष व बच्चें मौजूद रहे।