नई दिल्ली: सेना ने युवा कश्मीरी लेफ्टिनेंट उमर फयाज के हत्यारों को दंडित करने का बुधवार (10 मई) को संकल्प जताया जबकि रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने शोपियां में आतंकवादियों द्वारा कश्मीर के एक सैन्य अधिकारी के अपहरण और उनकी हत्या को कायरता और नीचतापूर्ण हरकत बताया. शोपियां के हरमेन इलाके से बुधवार सुबह 22 वर्षीय लेफ्टिनेंट उमर फयाज का गोलियों से छलनी शव बरामद किया गया. आतंकवादियों ने बटपुरा गांव से उनका अपहरण किया था, जहां वह अपने चचेरे भाई की शादी में शरीक होने गए थे.दक्षिण पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ और राजपुताना राइफल्स के कर्नल लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्णा ने कहा, ‘मैं परिवार को आश्वस्त करता हूं कि इस जघन्य अपराध और कायरतापूर्ण कृत्य के अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा.’ फयाज दक्षिण कश्मीर के कुलगाम के रहने वाले थे. वह राजपुताना राइफल्स में कार्यरत थे और शादी में शरीक होने के लिए उन्होंने छुट्टी ली थी. वह पिछले साल 10 दिसंबर को सेना में शामिल हुए थे और उनके साथियों के अनुसार वह अपनी सरलता और ईमानदारी के लिए लोकप्रिय थे.
युवा अधिकारी की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए जेटली ने कहा कि फयाज की कुर्बानी घाटी से आतंकवाद का सफाया करने की देश की प्रतिबद्धता को दोहराती है और वह कश्मीर के युवाओं को प्रेरित करते रहेंगे. जेटली ने ट्वीट किया, ‘शोपियां में लेफ्टिनेंट उमर फयाज का अपहरण और हत्या कायरतापूर्ण और नीचतापूर्ण हरकत है. जम्मू-कश्मीर का यह युवा अधिकारी रोल मॉडल था.’
जेटली ने कहा कि फयाज का बलिदान, घाटी से आतंकवाद को उखाड़ फेंकने की राष्ट्र की प्रतिबद्धता को दोहराता है. उन्होंने कहा, ‘2 राजपूताना राइफल्स के लेफ्टिनेंट उमर फयाज एक असाधारण खिलाड़ी थे, उनका बलिदान घाटी से आतंक के खात्मे के राष्ट्र के दृढ़ संकल्प को दोहराता है.’