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विधायक का हरियाणा वक्फ बोर्ड का चैयरमेन बनने से गोलबंद होने लगे विरोधी
दोनों में वर्चस्व का संघर्ष तेज
यूनुस अलवी
मेवात: पूर्व मंत्री मरहूम अजमत खां के छोटे बेटे एंव पुहाना से विधायक रहीश खान का हरियाणा वक्फ बोर्ड का चैयरमेन बनने से उनके विरोधियों ने भी हाथ मिलाने शुरू कर दिये है। भले ही विधायक रहीश खान वक्फ बोर्ड के चैयरमेन बने हों लेकिन उनके बडे भाई पूर्व डिप्टी स्पीकर एंव कांग्रेस प्रदेश महासचिव आजाद मोहम्मद को यह चैयरमेनी एक संजीवनी का काम कर गई है।
जानकारी के अनुसार बारा चौधर से ताल्लुक रखने वाले इनेलो विधायक नसीम अहमद, पूर्व डिप्टी स्पीकर आजाद मोहम्मद एंव मेवात जिला प्रमुख के ससुर एंव भाजपा नेता आलम उर्फ मुंडल में काफी समय से 36का आंकडा चलता आ रहा है। तीनों ही फिरोजपुर झिरका विधान सभा से अपनी-अपनी पार्टी कि टिकिट पर चुनाव लड चुके हैं। नसीम अहमद ने इनेलो, आजाद मोहम्मद ने कांग्रेस और आलम उर्फ मुंडल ने पिछला भाजपा कि टिकिट पर चुनाव लडा था। एक ही गौत्र और एक ही चौधर से ताल्लुक रखने वाले तीनों नेताओं में काफी समय से दूरियां थी। हाल ही में भाजपा नेता आलम उर्फ मंडल की पुत्र वधु के जिला प्रमुख बनने पर पूर्व डिप्टी स्पीकर ने काफी अडंगा लगाया था और उनकी पुत्र वधु कि शैक्षिण योग्यता पर भी कई सवाल उठाऐ थे जिस कारण आजाद मोहम्मद और आलम में काफी दूरियां पैदा हो गई थी।
गत पांच मार्च को पूर्व डिप्टी स्पीकर आजाद मोहम्मद एंव उनके छोटे भाई पुन्हाना से विधायक रहीश खान के पैत्रिक गांव नीमखेडा में मामन खां इंजिनियर द्वारा एक सम्मान समारोह आयोजित कर बारा के तीनों नेताओं को एक जुट करने में काफी अहम भूमिका निभाई है। जिसकी एक बानगी बुधवार को देखने को मिली। पुन्हाना से निर्दलीय विधायक रहीश खान को हरियाणा वक्फ बोर्ड का चैयरमेन बनने पर मेवात में उनके सम्मान में किये गये सम्मान समारोह में आजाद मोहम्मद और विधायक रहीश खान के धुर्विरोधी भाजपा नेता आलम उर्फ मंडल नूंह से बडकली चौक तक रहीश खान के स्वागत समारोह में मौजूद ही नहीं रहे बल्कि बडकली चौक पर आलम उर्फ मुंडल ने अपने कार्यालय पर उनका जोरदार स्वागत किया।
पूर्व डिप्टी स्पीकर आजाद मोहम्मद द्वारा आगामी 25 मार्च को मामन खां इंजिनियर के पैत्रिक गांव भादस में मामन खान कि रैली के जवाब में रैली करने जा रहे हैं। आजाद मोहम्मद कि रैली में भाग लेने के लिये भाजपा नेता आलम उर्फ मुंडल ने अपने समर्थकों को पिछले दरवाजे से आदेश कर दिये हैं। वहीं करीब 15 सालों से आजाद मोहम्मद के धुर्विरोधी रहे कांग्रेस अल्पसंख्यक सैल के प्रदेश चैयरमेन खुर्शीद रनियाली से आजाद मोहम्मद ने बृहस्पतिवार को बडकली स्थित अपने कार्यालय पर आधा-घंटे तक बातचीत कि और भादस रैली में ज्यादा से ज्यादा समर्थक भेजने के लिये उनसे आहवान किया है। वहीं खुरशीद अहमद ने आजाद मोहम्मद के साथ हुई मीटिंग होने कि बात मानी है।
वहीं मेवात जिला प्रमुख के ससुर आलम उर्फ मंडल का कहना है कि विधायक तो बारा के ही गांवों से बनेगा। फिर विधायक आजाद मोहम्मद बने, नसीम अहमद बने या फिर वह खुद ही विधायक बनें पर किसी दूसरे हल्का के आदमी को उनके गांवों के लोग किसी भी कीमत पर वोट देने वाले नहीं हैं और ना ही किसी और को विधायक बनने देंगें।
आप को बता दें कि बारह के गावों का ही सबसे ज्यादा फिरोजपुर झिरका विधान सभा पर कब्जा रहा है। जिनमें से तीन बार मरहूम शकरूल्लाह खांन, दो बार उनके बेटे नसीम अहमद, एक बार मरहूम अजमत खां और दो बार उनके बडे बेटे आजाद मोहम्मद और उनके छोटे बेटे रहीश खान का कब्जा है। यानी 50 में 40 साल बाराह के ही नेताओ का कब्जा रहा है।