किसानों से उत्पादों की स्वयं मार्किटिंग करने का आह्वान
सूरजकुण्ड : हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड ने कहा कि उद्योगपतियों को अपने लाभांश के हिस्से में किसानों को शामिल करना होगा, इससे किसान अधिक मेहनत के साथ आगे बढेगा। राइस मिलर्स और फुड प्रोसेस यूनिट चलाने वाले प्रतिनिधियों से कृषि मंत्री ने कहा कि किसान व उद्योगपति एग्री लीडर सम्मिट का हिस्सा हैं।
उन्हांेने कहा कि किसान फूड प्रोसेसिंग की चेन का हिस्सा बनाते अपने उत्पादों की स्वयं मार्किटिंग करने की दिशा में आगे बढे, इसे लेकर एग्री लीडर सम्मिट का आयोजन किया गया है, जबकि इससे पहले 2015 में भी गुरूग्राम में इस तरह का शिखर सम्मेलन किया जा चुका है। उन्होंने सूरजकुंड में आयोजित तीन दिवसीय कृषि नेतृत्व सम्मेलन में आए उद्योगपतियों व व्यवसायिायों से बातचीत करते हुए हरियाणा प्रदेश मे जरूरत अनुसार अपनी इकाइयां स्थापित करने का अनुरोध किया। उन्हांेने कहा कि इस सम्मिट में व्यावसायियों के साथ इनपुट-आउटपुट लेकर आगे बढना है, यहां हर रोज होने वाली डिस्कसन व बिजनेश से जुडी तमाम जानकारियों का किसान हिस्सा बनंेगे तथा व्यावसायियों व किसानों को एक सामंजस्य के साथ आगे बढने के अवसर मिल पाएंगे;
प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री धनखड ने दोहराया कि आज प्रदेश के किसान धान व गेहूं जैसी परंपरागत खेेती कर रहे हैं, अगर किसान अपने गांव के नजदीकी शहर की जरूरत को ध्यान में रखकर खेती करें तो किसान खुशहाल होंगे,साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।
उन्होंने कहा कि सूरजकुंड में हो रहे इस आयोजन में छह तरह के लीडर के माध्यम से किसानों की खुशहाली की दिशा में काम किया जा रहा है। उन्हांेने कहा कि तीन दिवसीय कार्यक्रम के मददेनजर यहां फार्मर स्टाल लगाए गए हैं,वहीं उनको मत्स्य,कृषि,बागवानी,पशु पालन व मुर्गीपालन को लेकर अलग अलग विशेषज्ञों द्वारा प्रोत्साहित किया जा रहा है। एग्री लीडरशिप के साथ-साथ पोलीटिकल लीडरशिप जिनके हाथ है,वे तमाम हस्तियां प्रतिदिन किसानों के उज्जवल भविष्य को लेकर प्रोत्साहन नीतियांे के माध्यम से किसानों व पशुपालकों कोे विकास की मुख्य धारा से जोडने का काम कर रही हैं। वहीं संबंधित विभागों के अधिकारियों की टीम भी कार्यक्रमों का हिस्सा बन रही है। उन्होंने प्रदेश को कच्चे माल की मंडी बताते हुए उद्योगपतियों का आहवान किया कि वे यहां अपने उद्योग लगाने की पहल करें,जिससे किसानों का भी भला हो सके। श्री धनखड ने कहा कि सरकार प्रदेश के जिला सोनीपत के गन्नौर में देश की सबसे बडी बागवानी मंडी छह सौ एकड में विकसित कर रही है, जिससे किसानों को सीधा फायदा मिलेगा। वहीं गुरूग्राम में फूलों की मंडी विकसित करने की दिशा में काम चल रहा है।
इस अवसर पर इंटरनेशनल फंड फार एग्रीकल्चर डेवल्पमेंट की विशेष प्रतिनिधि मिस रशा ओमार, इंडोनेशिया से पधारी नशोत जे सिगबोलो, स्पेन एंबेसी की कृषि काउंसलर मिस टेरेसा बेरिस, नोएडा के गौरव त्यागी, एगफार्म गुरूग्राम के सीईओ विपिन मल्होत्रा, हैक्टर बीव्रेज गुरूग्राम के प्रबंधक हरदीप सिंह,टिल्डा हैन इंडिया गुरूग्राम के महाप्रबंधक जयकुमार गुप्ता,एमडीएच मसाला कंपनी केे निदेशक राजीव गुलाटी,बिनसार फार्म सोनीपत के सीईओ पंकज नवानी,अमृत पशु आहार कंपनी के सीईओ राजन अग्रवाल,रिलायंश रिटेल गुरूग्राम से डीजेएम विनीत पसरीचा,आशीष वर्मा,अमित कलकल,सुकर्ण सेतिया,तरसेम रजलीवार सहित वेयर हाउसिंग,मुर्गीपालन,फल व पशुपालन व्यवसाय से जूडे अनेक प्रतिनिधि उपस्थित थे।