टूंडलाका सीआरपीएफ कैंप मामला : भारी पुलिस बल के साथ प्रशासन ने गृह विभाग को सौंपा कब्जा

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: मस्जिद और मरदसा को विरोध होने पर नहीं तोड़ सके

: दो दर्जन कच्चे मकान और झोंपडी तोड़े जाने से लोग फिर आये आसमान के नीचे

: सीआरपीएफ कैंप बनाने के लिये गांव की 86 एकड जमीन पंचायत ने गृह विभाग को बेची

टूंडलाका सीआरपीएफ कैंप मामला : भारी पुलिस बल के साथ प्रशासन ने गृह विभाग को सौंपा कब्जा 2

यूनुस अलवी


मेवात:
पुन्हाना खंड के गांव टूंडलाका में सीआरपीएफ कैंप के लिये पंचायत द्वारा दी गई जमीन का गृह विभाग को कब्जा देने के लिये बुधवार को भारी पुलिस बल गांव पहुंचा। किसी भी विरोध का सामना करने के लिये पुन्हाना के डीएसपी विनोद कुमार, फिरोजपुर झिरका के एसडीएम अनीस यादव कि अगुवाई में पुन्हाना, पिनगवां, बिछोर सहित कई थानों कि पुलिस और रेपिड ऐक्शन फोर्स के जवान मौजूद थे। वहीं पुन्हाना के नायब तहसीलदार संतराम को मेवात उपायुक्त ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया था। लोगों ने अपने सीआरपीएफ कैंप कि जगह पर बना रखे कच्चे मकान और झोंपडियों को पुलिस ने बिना किसी विरोध के तोड दिया। ग्रामीणों के विरोध के भारी चलते मदरसा और मस्जिद को तोडने नहीं दिया। आखिरकार गांव टूंडलाका में पंचायती जमीन से मदरसा के लिये सरंपच द्वारा जमीन देने के आश्वासन के बाद विभाग ने मदरसे को तोडे बिना ही चले आऐ। वहीं गांव कि सरपंच, प्रमुख लोगों और मदरसा के संचालक द्वारा दो दिन में गृह विभाग कि जमीन से मदरसा हटाने के लिये प्रशासन को लिखित में दे दिया गया। वहीं गृह विभाग कि ओर से पहुंचे पुन्हाना के डीएसपी विनोद कुमार ने बताया कि उनको कब्जा मिल गया है। मस्जिद को तो हटाया नहीं जाऐगा लेकिन मदरसा को दो दिन में हटाने के लिये सरपंच और मदरसा संचालक ने लिखित में आश्वासन दे दिया है।
 
    ड्यूटी मजिस्ट्रेट एंव पुन्हाना के नायब तहसीलदार संतराम ने बताया कि कुछ दिन पहले टूंडलाका ग्राम पंचायत ने सीआरपीएफ कैंप बनाने के लिये करीब 86 एकड जमीन कि रजिस्ट्री हरियाणा गृह विभाग के नाम करा दी थी तथा जमीन के पैसे पंचायत के खाते में भेज दिये गये थे। उन्होने बताया कि कुछ लोगों ने उस जमीन पर झोंपडी और कच्चे मकान बनाकर रिहाईश कि हुई है। पुन्हाना के बीडीपी द्वारा उस जमीन का गृह विभाग को कब्जा देने के लिये उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई थी। गृह विभाग को कब्जा देने के लिये मेवात उपायुक्त ने उसे ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया था। इसके अलावा गृह विभाग कि ओर से पुन्हाना के डीएसपी विनोद कुमार मौजूद थे। कब्जा देने के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिये फिरोजपुर झिरका के एसडीएम और कई थानों कि पुलिस मौजूद थी। उन्होने माना कि कब्जा लेते वक्त किसी ने कोई विरोध नहीं किया। 
 

झोपडियों में लगी आग

 
प्रशासन द्वारा बुधवार को गांव टूंडलाका में तोडी गई झोंपडियों में किसी असमाजिक तत्व ने आग लगा दी। वहीं पुन्हाना के डीएसपी विनोद कुमार और ड्यूटी मजिस्ट्रेट संतराम ने इस बात से साफ इंकार किया है कि जब किसी ने कोई विरोध ही नहीं किया तो प्रशासन के लोग आग क्यों लगाते। वहीं पीडित लुक्मान, सहाबु और दीनू का कहना है कि उनको भी पता नहीं है कि उनकी टूटी झोंपडियों में किसने आग लगाई है। उनका कहना है कि आखिर वे कौन असमाजिक तत्व है जिसने माहौल को खराब करने कि कोशिश कि है। इसकी गहराई से जांच होनी चाहिये।
 

झोंपडियां टूटने से फिर आए आसमान के नीचे

 
    करीब दो महिने पहले जिला प्रशासन द्वारा गांव टूंडलाका में करीब 40 सालों से रह रहे 85 परिवारों के कच्चे और पक्के मकान तोड दिये थे। करीब दो दर्जन लोग जिनके पास कहीं भी रहने के लिये जगह नहीं थी वे अपने टूटे हुऐ मकानों पर ही झोंपडी डालकर रह रहे थे। बुधवार को जिला प्रशासन ने वो झोंपडी भी तोड डाली। गांव के लुकमान ने बताया कि प्रशासन ने आज सद्दीक, फिरोजा, हाकम, रतिखां, इद्रीश, इलयास, लुकमान, जफरू, सहाबू और दीनू सहित एक दर्जन से अधिक लोगों कि झोंपडियां तोड कर उनको आसमान के नीचे लाकर खडा कर दिया है।

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