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डिप्टी सिविल सर्जन ने रविवार को मेवात के कई गांवों दौरा किया
स्कूलों में कोई टीकाकरण नहीं : डी ई ओ
यूनुस अलवी
मेवात: मुस्लिम लडकों को नपुंसक और लडकियों को बांज बनाने को जबरजस्ती दिये जाने रहे इंजेक्शन कि अफवाह का असर सरकार द्वारा चलाई जा रहे टीकाकरण पर भी पड रहा है। वहीं स्वाथ्य विभाग का कहना है कि उनका टीकाकरण जारी है। उधर मेवात के जिला शिक्षा अधिकारी ने दावा किया है कि मेवात के किसी भी स्कूल में कोई इजेक्शन नही लगाऐ जा रहे हैं। डिप्टी सिविल सर्जन ने रविवार को भी मेवात के कई गांवों में जाकर अफवाओं पर ध्यान ना देने का आहवान किया और गंाव के पंच सरपंचो को समझाया।
मेवात के डिप्टी सिविल सर्जन डाक्टर एसके कौशिक ने बताया कि उनके विभाग कि ओर से मेवात जिला में माईक्रो न्यूटियन सप्लीमेंटरी प्रोग्राम (एमएसपी) जो 15 फरवरी से 15 मार्च तक चल रहा है। इस प्रोग्राम के तहत 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को आईरन सीरप, विटामिन ए ऐलजेंडा जोन की गोली दी जा रही है। यह प्रोग्राम गांव की आंगनवाडी और स्कूल के छोटे बच्चों के लिये चलाया जा रहा है। उन्होने बताया कि मेवात विकास अभिकरण कि ओर से गर्भवति महिलाओं को आईरन और ताकत का इंजेक्शन लगाने का प्रोग्राम चल रह रहा है।
उन्होने बताया कि स्कूलों में जबरजस्ती इंहेक्शन लगाने कि अफवाह के चलने टीकाकरण और उनके स्वास्थ्य प्रोग्रामों पर पड रहा है। उन्होने बताया कि ये प्रोग्राम अभी भी जारी है और डीसी कि ओर से इनको बंद करने का उनके पास कोई आदेश नहीं आया है। डाक्टर कौशिक ने बताया कि रविवार को उन्होने पुन्हाना खंड के गांव बीसरू, पिनगवां, रावलकी और मरोडा आदि गावों में जाकर गांव के सरपंचों से इस अफवाह पर रोक लगाने का आहवान किया है। उनका कहना है कि ऐसा कोई भी इजेक्शन नहीं दिया जा रहा जिससे किसी भी बच्चे के स्वास्थ्य पर कोई बुरा असर पड सके।
मेवात के जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश शास्त्री ने कहा कि मेवात जिला के प्राईमरी से लेकर वरिष्ट माध्यमिक विद्यालयों तक किसी भी स्कूल में इंजेक्शन लगाने का कोई प्रोग्राम नहीं चल रहा है। उन्होने कहा कि उन्होने अपने जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारी और स्कूलों के मुख्याओं को आदेश दिये है कि बच्चों स्वास्थ्य के प्रति अगर कोई प्रोग्राम चलाया जाता है तो उसकी अनुमति जरूरी है।