जुरहरा, जिला डीग रेखचन्द्र भारद्वाज : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र जुरहरा में मंगलवार को संस्था की प्रथम मुख्य प्रशासिका मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती जी का 60 वां पुण्य स्मृति दिवस आध्यात्मिक ज्ञान दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम में सेवा केंद्र प्रभारी ने अध्यक्षता करते हुए ईश्वरीय महावाक्य का उच्चारण कर कहा कि मां ने सदैव सभी के प्रति देने का भाव रखा, सभी के लिए शुभ भाव व श्रेष्ठ भावना रखी।
नदबई सेवा केंद्र से पधारी ब्रह्माकुमारी संतोष बहन ने मातेश्वरी जी के गुणों का वर्णन करते हुए कहा कि मां ने सदैव हां जी का पाठ बताया। मां ने अपने जीवन में कभी भी न शब्द का प्रयोग नहीं किया। वे कहा करती थीं कि ना माने नास्तिक और हां माने आस्तिक। मां की मुख्य शिक्षा थी कि हर घड़ी को अंतिम घड़ी समझो इसी सोच के आधार पर उन्होंने अपना श्रेष्ठ पुरुषार्थ किया। कार्यक्रम की शुरुआत में ब्रह्माकुमारी शिवानी बहन ने मातेश्वरी जी की स्मृति में तेरे प्यार को याद करेगा जमाना गीत गाकर सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम में कुमारी खुशी और महक ने नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में कुमारी भावना व प्रियंका ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी गणमान्य लोगों ने मातेश्वरी जी के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित करते हुए अपने जीवन में श्रेष्ठ गुणों को धारण करने का संकल्प करते हुए उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्य रूप से धीरज गुर्जर, संजू माहौर, वरुण व बच्चूसिंह आदि सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।