-पर्यावरण संरक्षण और वन्य जीवों की रक्षा में सहयोग करें आम जन : राव नरबीर सिंह
-सुल्तानपुर बर्ड सेंचुरी का राव नरबीर सिंह ने किया अवलोकन
गुरुग्राम, 4 जनवरी। वन, पर्यावरण एवं उद्योग मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा है कि इस धरती पर हर एक जीव का अपना एक अलग महत्व है। इसलिए सभी नागरिकों को पर्यावरण संरक्षण तथा वन्य जीवों की रक्षा में सहयोग देना चाहिए। जिससे कि हम अपनी भावी पीढ़ी को एक शुद्ध एवं सुरक्षित वातावरण देकर जाएं।
वन एवं पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह ने आज सुल्तानपुर स्थित बर्ड सेंचुरी में हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड व वेस्टलैंड इंटरनेशनल संस्था की ओर से एशिया में बर्ड सेंसस-2025 का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। उन्होंने इस अवसर पर वेस्टलैंड बर्डस हरियाणा नामक बुकलेट का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में राज्य जैव विविधता बोर्ड के चेयरमैन डा. रणबीर सिंह जौहर, बोर्ड के सचिव एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक डा. विवेक सक्सेना, मुख्य वन संरक्षक अनंत पांडे भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में उपस्थित दूरदराज से आए बर्ड्स क्लबों के सदस्यों, पर्यावरण एवं वन्य जीव प्रेमी तथा ग्रामीणों को संबोधित करते हुए वन, पर्यावरण एवं उद्योग मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि मनुष्य अपनी मनमर्जी से धरती पर रहेगा तो प्राकृतिक असंतुलन पैदा होना स्वाभाविक है। धरती से जीव-जंतु, पक्षियों व कीट-पतंगों की प्रजातियां समाप्त हो गई तो मानव जाति भी स्वमेव इनके साथ नष्ट हो जाएगी। अपने आसपास पेड़-पौधों, पोखर, पक्षी यहां तक कि छोटे से छोटे जीव की महत्ता को समझें और उनको सुरक्षित रहने दें।
मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि गुरुग्राम एनसीआर क्षेत्र का प्रमुख शहर है और यहां प्रदूषण मुक्त वातावरण को बनाने में सभी जिला वासियों को अपना सहयोग करना चाहिए। सर्दी के मौसम में भी ग्रैप-3 का लागू होना हमारे लिए चिंता का विषय है। जैव विविधता बोर्ड के चेयरमैन डा. रणबीर सिंह जौहर ने मंत्री राव नरबीर सिंह को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में सिरसा से बिश्नोई समाज के लोगों ने मुख्य अतिथि राव नरबीर सिंह को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर जैव विविधता के विशेषज्ञ डा. टी.के. राय ने वन्य जीवों की वर्तमान स्थिति पर विस्तार से प्रकाश डाला।
वन एवं पर्यावरण मंत्री ने सुल्तानपुर बर्ड सेंचुरी का दौरा किया और प्रवासी पक्षियों के बारे में जानकारी ली। इस मौके पर वन संरक्षक सुभाष चंद्र, डीएफओ रामकुमार जांगड़ा, पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे रहे अनिल गंडास, इंद्रजीत सिंह सहित गणमान्य नागरिक
मौजूद रहे।