कावेरी विवाद में हिंसा व आगजनी 

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नई दिल्ली: कर्नाटक को तमिलनाडु के लिए कावेरी नदी से पानी छोड़े जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अपने पांच सितंबर के आदेश में संशोधन किया है। कोर्ट ने कर्नाटक को तमिलनाडु के लिए कावेरी नदी से छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा घटाते हुए 20 सितंबर तक प्रतिदिन 12,000 क्यूसेक पानी जारी करने का आदेश दिया ताकि समीपवर्ती राज्य के किसानों की हालत में सुधार हो सके। तरफ इस मुद्दे को लेकर कर्णाटक में हिंसा और आगजनी की घटनाएं तेज हो गई। बैंगलोर में तमिलनाडु के रजिस्ट्रेशन नंबर वाले वाहनों और अन्य संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। पुलिस ने यहां मैसूर रोड पर एक बस स्टेशन पर हमला कर तमिलनाडु के रजिस्ट्रेशन नंबर वाले वाहनों को निशाना बनाया तथा होटल में भी तोडफ़ोड़ की।पुलिस आयुक्त एनएस मेघरिक ने बताया कि पूरे शहर में धारा 144 लगा दी गई है।

पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा। हल्का बल का प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया गया । प्रदर्शनकारी तमिलनाडु में कन्नड़ लोगों पर हमले का विरोध कर रहे थे। बताया जाता है कि श्रीरामपुरा, ओकालीपुरम, कलासीपाल्या और प्रकाशनगर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। शहर के तमिल बहुल इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।  त्वरित कार्रवाई बल (आरपीएफ) भी  तैनात

दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखी। स्कूल कॉलेज भी बंद रहे और छात्रों को वापस घर लौटा दिया गया।

इधर तमिलनाडु में भी कावेरी जल मुद्दे को लेकर हालात असामान्य रहे। चेन्नई में कुछ अज्ञात लोगों ने कर्नाटक मूल के एक व्यक्ति के होटल पर पेट्रोल बम फेका  और पत्थरबाजी की।

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