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गुरुग्राम में हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा मेला
भारत विकास परिषद ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले पदाधिकारियों को किया सम्मानित
गुरुग्राम। हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले में शनिवार को उचान फाउंडेशन के तत्वावधान में प्राइमरी विंग के बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में 280 बच्चों ने प्रतिभागिता की। छोटे-छोटे बच्चों ने रंगों से दिल को छूने वाले सुंदर-सुंदर चित्र तैयार किए। अधिकतर बच्चों की चित्रकारी प्रकृति संरक्षण का संदेश देने वाली रही। उचान फाउंडेशन की फाउंडर ज्योति कालड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतियोगिता को लेकर बच्चों में खासा उत्साह था। चित्रकला प्रतियोगिता में विजेता रहे विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया गया।
भारत विकास परिषद ने भी सम्मान समारोह का आयोजन किया। परिषद द्वारा प्रांत में चल रही परिषद की शाखाओं में अच्छा काम करने वाले परिषद के पदाधिकारियों एवं शाखााओं को सम्मानित किया गया। भारत विकास परिषद के उत्तर क्षेत्र के क्षेत्रीय मंत्री (संपर्क) प्रवीण सिंघल ने बताया कि इस दौरान परिषद द्वारा सालभर में आयोजित प्रतियोगिताओं में राष्ट्रीय स्तर पर अव्वल आने वाले विद्यार्थियों तथा राष्ट्रीय स्तर पर समूहगान में प्रस्तुति देने वाले विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया।
कचरा प्रबंधन के सिखाएं गुर, चलेगा अभियान
हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले में लोगों को अध्यात्मिकता के साथ-साथ स्वचछता का संदेश भी दिया गया। शनिवार को मेले में आईएमसिटी नामक संस्था द्वारा मेरा कचरा, मेरी जिम्मेदारी नामक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में गुरुग्राम के बड़ी-बड़ी उद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों तथा स्वच्छता अभियान से जुड़े एनजीओ ने भी शिरकत की। कार्यक्रम के दौरान यह शहर को स्वच्छ बनाने तथा उद्योगों व घरों से निकलने वाले कचरे को जैविक में बदलकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया।
कार्यक्रम में 500 से अधिक संस्थाएं, आरडब्ल्यूए व 18 औद्योगिक कंपनियों ने हिस्सा लिया। मेला कमेटी के सचिव विकास कपूर ने बताया कि आईएमसिटी ने पूरे शहर में एक ऐसा अभियान चलाने की शुरूआत की हे, जिससे सभी की भागीदारी से शहर को साफ रखा जा सके। इसमें आरडब्ल्यू व उपस्थित कंपनियों को बताया किया गया कि वे अपने कचरे को बाहर फैंकने की जगह अपने घर में रखे कूड़ेदान में डाले। विशेष बात यह है कि यह कूड़ेदान भी संस्था की तरफ से लोगों को मुहैया कराया जाएगा। इस डस्टबीन में डाला गया कचरा अपने-आप खाद बन जाएगा। कार्यक्रम में आईएमसीटी के प्रमोद शर्मा, डाक्टर पवन, पुष्पेंद्र राठी के अलावा रेणु पाठक, रितु गोयल, सुजाता और प्रतिमा की इस आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका रही।
मेले की झलकियां
—–दर्शकों के गेट पर प्रवेश करते ही स्वागत कमेटी के सदस्यों द्वारा पारंपरिक तरीके से तिलक लगाकर दर्शकों का स्वागत किया जा रहा है।
—–मेले के प्रवेश द्वार पर ही मौजूद लोक कलाकारों की ढोल-नगाड़ों व वाद्य यंत्रों की मधूर व रसीली धूनें यहां आने वाले दर्शकों को मंत्रमुज्ध कर देती हैं।
—–मेले में प्रवेश करते ही राजस्थानी कलाकार दर्शकों का मनोरंजन कर रहे हैं।
—–बांस पर चल रहा व्यक्ति भी मेले का आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
—–मेले में लगे भिन्न-भिन्न प्रकार के स्टाल भी दर्शकों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहे हैं।
—–पूरा दिन मेले में दर्शकों की चहल-पहल मेले की फिज्जा को चार चांद लगा रही है।