एक दर्जन गांव के जाटों ने गांव किराकी गौशाला में एक दिन का सांकेतिक धरना दिया
डीसी की मार्फ़त राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा
यूनुस अल्वी
मेवात : जाट आरक्षण की गूंज अब मेवात तक पहुंची। मेवात के एक दर्जन गांव के जाटों ने गांव किरा की गौशाला में एक दिन का सांकेतिक धरना दिया। इस मौके पर जाटों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा या तो सरकार उनकी मांगों को मानने नहीं तो मेवात के जाट अपने हकों के लिए पीछे नहीं रहेंगे। इस मौके पर जाट आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से मेवात के डीसी की मारफ्त राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा गया। इस मौके पर जाट आरक्षण समिति के लोगों ने अपना हक लेकर रहेंगे, भाजपा सरकार मुर्दाबाद जैसे नारे लगाए और वहीं उन्होंने सांसद सैनी पर दो पक्षों को आपस में लडाने का आरोप लगाते हुए उन को चेतावनी दी के वह अपनी हरकतों से बाज आए .
जाटों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देना बंद करें, नहीं तो जाट समाज चुप नहीं बैठेगा वहीं उन्होंने सांसद राजकुमार सैनी के मेवात आगमन पर और इस तरीके से भड़काऊ भाषण देने पर चेतावनी देते हुए कहा कि इसके उनको नतीजा भुगतना पड़ सकता है यह सांकेतिक हड़ताल जाट आरक्षण संघर्ष समिति और मेवात जाट महासभा की ओर से आयोजित किया गया इस मौके पर जाट महासभा के मेवात जिला अध्यक्ष बलजीत सिंह डागर और जाट आरक्षण संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष रंजीत सिंह पवार ने कहा कि प्रदेश का जाठ सरकार से कोई भीख नहीं मांग रहा है बल्कि वे अपना हक मांग रहे हैं। उनका संघर्ष तक तब जारी रहेगा तब तक उनका हक नही मिल जाता। वहीं उन्होने मेवात उपायुक्त द्वारा प्रदर्शन करने पर जाठों पर रासूका लगाने पर कहा कि डीसी कि गीदड भब्बकियों से जाठ डरने वाले नहीं हैं। उन्होने कहा कि अगर सरकार ने उनकीे मांगों को नही माना तो दूध पीते बच्चे से लेकर 100 साल के बुजुर्ग तक जाठ समुदाय मेवात के लोग धरना प्रदर्शन पर उतरने को मजबूर होगें।
वहीं मेव नेता आसिफ अली चंदेनी ने मेवात कौम की तरफ से आश्वासन दिया कि जाठ और मेव भाई-भाई हैं जब भी मेवात का जाठ सडकों पर उतरेगा मेवात का मेव अपनी भाई जाठों का पूरा साथ देगा। उनका कहना है कि हक मांगना कोई गलत नहीं है और हक के लिये मेवाती समाज भी जाटों के साथ है। वहीं देवी सिंह प्रधान और आफिस अली ने जमकर नारे लगवाका जाठ समुदाय के लोगों में जौश भरने का काम किया।
इस मौके पर जाट समुदाय के काफी युवा, बुजुर्ग और प्रमुख लोग मौजूद रहे।