– डीसी निशांत कुमार यादव ने मेला प्रबंधन से जुड़े विभागों को सौंपी जिम्मेदारियां
गुरुग्राम, 19 मार्च। गुरुग्राम के श्री शीतला माता मंदिर में 26 मार्च से 23 अप्रैल तक चैत्र मेले का आयोजन किया जाएगा। इस मेले के आयोजन को लेकर श्री माता शीतला देवी श्राइन बोर्ड ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। डीसी निशांत कुमार यादव ने चैत्र मेले के आयोजन को लेकर मंगलवार को मंदिर परिसर में संबंधित अधिकारियों तथा बोर्ड के सदस्यों की बैठक ली। इस दौरान श्री माता शीतला देवी मंदिर श्राइन बोर्ड के सीईओ एवं सोहना के एसडीएम सोनू भट्ट भी मौजूद रहे।
बैठक में डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि उत्तर भारत का एक प्रमुख आस्था स्थल होने के चलते श्री शीतला माता मंदिर में आयोजित होने वाले चैत्र मेले में करीब आठ लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुँचने का अनुमान है। मेले में आने वाले श्रद्धालु गुरूग्राम शहर की एक बेहतर छवि अपने मन मे लेकर जाए इसके लिए आयोजन से जुड़ी सभी तैयारियां समय रहते पूरी कर ली जाए। उन्होंने बोर्ड के सदस्य व मेला प्रबंधन से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि चैत्र मेले में सप्ताह के 3 दिनों रविवार, सोमवार और मंगलवार के दौरान श्रद्धालुओं की ज्यादा भीड़ रहती है, उन दिनों में विशेष ध्यान रखा जाए। इसके अलावा, मंदिर परिसर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध भी सुनिश्चित करें।
गुरुग्राम पुलिस, गृह रक्षी बल तथा मंदिर की प्राइवेट सिक्योरिटी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे। यही नहीं, गुरुग्राम के मुख्य बस अड्डे तथा रेलवे स्टेशन से निर्धारित अंतराल पर राज्य परिवहन की विशेष बसें मंदिर के लिए चलाई जाएंगी ताकि श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में किसी प्रकार की कठिनाई ना हो। उन्होंने कहा कि मेले के दिनों में मंदिर में साज सज्जा के साथ सफाई व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा जाएगा तथा श्रद्धालुओं के लिए अस्थाई व मोबाइल शौचालयों तथा पेयजल आदि की पूरी व्यवस्था होगी। इनके लिये उन्होंने जिम्मेदारियां भी सौंपी।
डीसी ने यह भी कहा कि मेले के दिनों में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से मंदिर परिसर में मेडिकल पोस्ट स्थापित की जाएगी, जहां पर 24 घंटे स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी रहेगी। इसके अलावा, एंबुलेंस भी 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी ताकि किसी को भी स्वास्थ्य संबंधी ज्यादा दिक्कत होने पर नजदीकी अस्पताल में जल्द से जल्द पहुंचाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि मेला के दिनों में फायर ब्रिगेड के वाहन भी 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे।
डीसी ने बैठक में उपस्थित पुलिस विभाग के अधिकारियों को मेला के दिनों के लिए ट्रैफिक प्लान तैयार करने के लिए भी कहा है ताकि उन दिनों में मंदिर तक श्रद्धालुओं को पहुंचने में दिक्कत ना आए, श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग की पूरी व्यवस्था हो और शहरवासियों को भी मंदिर के आसपास ट्रैफिक जाम की समस्या का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान प्रसाद विक्रेताओं की दुकानों व मुंडन वाले स्थानों पर निर्धारित रेट लिस्ट के बोर्ड लगाए जाएंगे। साथ ही चूंकि देश मे लोकसभा के चुनाव प्रस्तावित है ऐसे में लोगों में इस लोकतंत्र के पर्व को लेकर जागरूकता बनी रही इसके लिए मेले में मतदाता जागरूकता के बोर्ड भी लगवाए जाएं। उन्होंने बोर्ड के सीईओ सोनू भट्ट को निर्देश दिए कि वे मंदिर परिसर व बाहर स्थित प्रसाद की दुकानों के मालिकों के साथ बैठक कर यह सुनिश्चित करें कि वे प्रसाद की गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए दुकान के आसपास सफाई का भी विशेष ध्यान रखे।
इस अवसर पर नगर निगम गुरुग्राम के संयुक्त आयुक्त डॉ नरेश सीटीएम कुंवर विक्रम आदित्य, ओएसडी टू डीसी प्रीति रावत,
बोर्ड के सदस्य अजीत बेनीवाल, अरुण महेश्वरी, ब्रह्मप्रकाश, रघुबर दयाल, राम सज्जन सिंह, यादराम बंसल, पूजा खेत्रपाल, पंकज, सिविल सर्जन कार्यालय से डॉक्टर प्रदीप सहित जीएमसीबीएल व अन्य विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।