सरपंचों को समझाई डिजिटल पोर्टल की तकनीक, ऑनलाइन देख सकते हैं अपना विवरण

Font Size

गुरूग्राम, 17 अक्तूबर। विकास सदन के समीप जिला बागवानी विभाग के सभागार में चल रहे क्रिड के ट्रेनिंग प्रोग्राम में आज विभिन्न गांवों से आए पंच, सरपंच और पंचायत प्रतिनिधियों को सरकार द्वारा चलाए जा रहे जनसेवाएं डिजिटल पोर्टल के बारे में विस्तार से बताया गया।


प्रशिक्षण कार्यक्रम में एडीसी हितेश कुमार मीणा ने सरपंच और पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा पारदर्शी माध्यम से पात्र लाभार्थियों को विभिन्न पोर्टल के द्वारा सरकारी सेवाओं व सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन चलाने वाला एक आम आदमी खुद को योजना के अनुसार सरकारी पोर्टल पर रजिस्टर्ड कर सकता है। ऑनलाईन पोर्टल का एक ही मकसद है कि योजना के सही पात्र व्यक्ति को उसका लाभ मिले और जनसेवाएं सीधे आम जनता तक पहुंचे। उन्होंने बताया कि इन पोर्टल पर अपने डाटा को ठीक करने का विकल्प हमेशा मौजूद रहता है।

सरपंचों को समझाई डिजिटल पोर्टल की तकनीक, ऑनलाइन देख सकते हैं अपना विवरण 2

प्रशिक्षण कार्यक्रम में एनआईसी के डीएसईओ विनोद वर्मा ने पंचायती राज संस्थाओं के जनप्रतिनिधियों को पीपीपी, सरल पोर्टल, ई-श्रम, मेरी फसल मेरा ब्यौरा, क्षतिपूर्ति आदि पोर्टल की कार्यप्रणाली के बारे में बताया। उन्होंने सरपंचों को समझाया कि ये पोर्टल किस प्रकार से जनसेवाओं के काम को आसान कर रहे हैं और इन्हें समझना कोई कठिन कार्य नहीं है। कोई भी नागरिक किसी अंत्योदय सरल केंद्र या नजदीकी सीएससी सैंटर में जाकर सरकार की जनकल्याणकारी योजना के लिए आवेदन कर सकता है। परिवार पहचान पत्र में भी हर एक परिवार की सही व निष्पक्ष जांच-पड़ताल करके ही उसका विवरण अपलोड किया जाता है। कोई नागरिक अपने दिए गए विवरण से संतुष्टï नहीं है तो वह विकास सदन में आकर अपने दस्तावेज प्रस्तुत कर इसे दुरूस्त करवा सकता है। उन्होंने बताया कि 18 अक्तूबर को स्थानीय निकायों के जनप्रतिनिधियों को यह ट्रेनिंग दी जाएगी।

इस अवसर पर परिवार पहचान पत्र की नोडल अधिकारी दीपिका भी मौजूद रही।

You cannot copy content of this page