- वर्ष 2014 की शुरूआत से लेकर अभी तक जिला में प्राप्त 8663 शिकायतों में 8325 का हुआ निवारण
- शिकायतों के निवारण में शिकायतकर्ता की संतुष्टि हमारी प्राथमिकता:डीसी
- सीएम विंडो पर शिकायत की तो तीन दिन में बना पशु किसान क्रेडिट कार्ड: लाभार्थी किरण
गुरुग्राम, 16 अक्तूबर। लोकतांत्रिक व्यवस्था में अंत्योदय उत्थान की परिकल्पना तभी संभव है जब समाज की अंतिम पंक्ति का व्यक्ति सत्ता के प्रधान सेवक से सीधे संवाद कर अपनी बात रख सके। संकल्प से सिद्धि की इस महत्वपूर्ण यात्रा में नागरिक की संतुष्टि वह प्रमुख कारक है जो इस यात्रा को सही मायनों में परिपूर्ण करता है। हरियाणा में पिछले नौ वर्षो में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की जनसेवा की दूरदृष्टिता का परिचायक बनी सीएम विंडो विभिन्न कारणों से नागरिक सेवा केंद्रों से निराश नागरिकों की संतुष्टि का प्रमुख माध्यम बनी है।
डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि एक मजबूत शिकायत निवारण तंत्र किसी भी पारदर्शी और प्रभावी सरकार का बेंचमार्क होता है। इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा 25 दिसंबर 2014 को पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर इस सेवा की शुरुआत की गई थी। उन्होंने बताया कि पूर्व में लोगों के पास कोई ऐसा प्लेटफार्म नहीं था जहां वे अपनी समस्याओं को ले जा सकते थे और उन्हें हल कर सकते थे। ऐसे में शिकायतों के निवारण के इस महत्वकांक्षी सेवा पोर्टल से हरियाणा के प्रत्येक जिले में आमजन को निर्धारित अवधि के भीतर अपनी समस्या का हल प्राप्त हो रहा है। डीसी ने
सीएम विंडो पर पिछले नौ वर्षो की विस्तृत रिपोर्ट सांझा करते हुए बताया कि दिसंबर 2014 से अभी तक जिला में कुल 8 हजार 663 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। जिनमें से 8 हजार 325 शिकायतों का शिकायतकर्ता की संतुष्टि के साथ निवारण किया गया है। वहीं 191 शिकायतें निवारण की प्रक्रिया में है। डीसी ने बताया कि कुल शिकायतों में से 147 की एक्शन टेकन रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेजी गई है। डीसी ने बताया कि चूंकि सीएम विंडो मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का फ्लैगशिप कार्यक्रम है। इसके चलते वे स्वयं समय -2 पर इसकी मोनिटरिंग कर निवारण की जा चुकी शिकायतों के आवेदनकर्ताओं से बात कर उनका फीडबैक लेते हैं। वहीं जिला स्तर पर निवारण की प्रक्रिया में किसी प्रकार का ढिलाई ना हो इसके लिए मुख्यमंत्री के सलाहकार (सिंचाई एवं सीएम विंडो) देवेंद्र सिंह (सेवानिवृत आईएएस) भी एक निश्चित अंतराल पर जिला अधिकारियों संग बैठक कर चिन्हित शिकायतों पर संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब करते हैं।
- सीएम विंडो पर शिकायत की तो तीन दिन में बना पशु किसान क्रेडिट कार्ड
जिला के साढ़राणा गांव निवासी किरण ने सीएम विंडो पर अपनी शिकायत निवारण की प्रक्रिया के अनुभव सांझा करते हुए बताया कि नाबार्ड कैम्प में उन्होंने पशु किसान क्रेडिट कार्ड के लिए पीएनबी बैंक में आवेदन पत्र भरा था। जिसमें करीब 2 महीने तक बैंक कर्मियों का असहयोगात्मक रवैया रहा। उन्होंने बताया कि बैंक की निराशाजनक सेवाओं से परेशान आकर मैंने सीएम विंडो पर शिकायत की। जिसके बाद बैंक ने उनके आवेदन पर विचार करते हुए मात्र तीन दिनों में लोन उनके खाते में ट्रांसफ़र कर दिया। किरण ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की दूरदर्शी सोच के साथ गरीबों व वंचितों के लिए शुरू की गई सीएम विंडो सेवा निश्चित रूप से हम जैसे परिवारों के आर्थिक उत्थान में निर्णायक साबित हो रही हैं।
कैसे काम करता है सीएम विंडो
गुरुग्राम में सीएम विंडो का काम देख रहे आशु वशिष्ठ बताते है कि
सबसे पहले हरियाणा सीएम विंडो की आधिकारिक वेबसाइट- https://cmharyanacell.nic.in पर जाएं और दिए गये निर्देशों को पढ़े। आशु ने बताया कि शिकायतकर्ता अपनी शिकायत को विभिन तरीको से रजिस्टर करवा सकते है।
पहले आप लघु सचिवालय में डीसी कार्यालय व उप मंडल कार्यालय (एसडीएम आफ़िस) में सीएम विंडो काउंटर पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हो। दूसरा, आप मुख्यमंत्री आवास या मुख्यमंत्री या मंत्रियों के कार्यालय, हरियाणा सचिवालय, सेक्टर-1 चंड़ीगढ़ में भी जाकर अपनी शिकायत दर्ज सकते हो।
ऑनलाइन चेक कर सकते हैं शिकायत का स्टेटस
अगर आपने सफलतापूर्वक शिकायत दर्ज कर दी है तो आपको रजिस्ट्रेशन नंबर मिलेगा। उस रजिस्ट्रेशन नंबर व अपने मोबाइल नंबर(जो नंबर शिकायत के साथ दिया गया है) की मदद से आप अपनी शिकायत का स्टेटस देख पाएंगे। शिकायत का स्टेटस देखने के लिए स्टेप्स फॉलो करे। सबसे पहले आप हरियाणा सीएम विंडो पोर्टल पर जाए। उसके बाद ट्रेक ग्रीवेंस पर क्लिक करे। उसके बाद आप अपनी सभी जानकारी भरे। इसके बाद
आप अपनी शिकायत का स्टेटस देख सकेंगे।
सीएम विंडो पर शिकायत का समाधान कब होगा
सामान्य तौर पर सीएम विंडो पर लगाई गई शिकायत का समाधान 30 दिनों के भीतर भीतर कर दिया जाता है। यदि शिकायतकर्ता की गई कार्यवाही से संतुष्ट नहीं होता है तो वह दोबारा से भी सीएम विंडो पर शिकायत दर्ज करवा सकता है।