चंडीगढ़/नई दिल्ली, 6 फरवरी : हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि ‘‘प्रजातंत्र में फैसले विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा जैसे मंचों पर चर्चा करने से लिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चर्चा करने से बच रही है, क्योंकि इनके पास ज्ञान नहीं है इसलिए ‘थोथा चना बाजे घना’ की कहावत इन पर चरितार्थ हो रही है।
श्री विज आज यहां नई दिल्ली के हरियाणा भवन में पत्रकारों द्वारा कांग्रेस के प्रदर्षन के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ‘‘प्रजातंत्र में फैसले विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा मंचों पर चर्चा करने से लिए जाते हैं, ये (कांग्रेस) चर्चा तो करते नहीं, ये षोर मचाते हैं क्योंकि चर्चा करने के लिए ज्ञान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इनके (कांग्रेस) पास ज्ञान नहीं हैं और जानकारी भी नहीं हैं।
‘‘कांग्रेस ने हमेशा से ही एयरकंडिशन कमरों की राजनीति की’’- विज
कांग्रेस के प्रदर्षन के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि श्री विज ने कहा कि ‘‘कांग्रेस ने हमेषा से ही एयरकंडिषन कमरों की राजनीति की है, प्रदर्षन करना इनके बस में नहीं हैं और ये सड़कों पर राजनीति नहीं कर सकते’’। उन्होंने राहुल गांधी की यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘‘अभी राहुल गांधी निकलकर गए हैं, क्या उसका असर हुआ है, पता भी नहीं लगा, कौन आया, कौन चला गया’’। उन्होंने कहा कि ‘‘पहले भी यात्राएं निकली है, पहले लोकनायक जयप्रकाश की यात्राएं निकला करती थी, सारा देष हिल जाता था, अब तो कुछ नहीं हुआ’’।
विज का कांग्रेस पर तंज, ‘‘चोर मचाए शोर’’
कांग्रेस की अडानी मामले को लेकर एक कमेटी बनाए जाने और जांच करने की मांग के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘‘फैसले चर्चा होने के बाद होते है, पहले ये (कांग्रेस) वहां पर जाएं और वहां पर बैठकर चर्चा करें, फिर उसके बाद नतीजा निकलता है’’। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘‘आप (कांग्रेस) चर्चा करते ही नहीं हैं, आप तो घर से फैसला करके आते हों, कि हमने षोर मचाना है’’। उन्होंने कांग्रेस की कार्यप्रणाली पर तंज कसते हुए कहा कि ‘‘चोर मचाए शोर’’।
कांग्रेस के लोग पहले अपने हाथ तो मिलाएं, फिर हाथ जोड़ो यात्रा की बात करें- विज
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस की हाथ जोड़ो यात्रा के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में श्री विज ने हरियाणा के कांग्रेसी नेताओं पर हमला करते हुए कहा कि ‘‘दूसरों से हाथ तो बाद में मिलाना, पहले अपने हाथ तो मिला लो, पहले शैलजा और भूपेन्द्र सिंह हुडडा तो हाथ मिला लें, किरण चौधरी और सूरजेवाला तो हाथ मिला लें, इनके अपने हाथ तो मिले नहीं हुए, दूसरों के हाथ क्या मिलाएंगे’’।
हुडडा जी सपनों में वायदे व घोषणाएं कर रहे, जवाब देना अनुचित है- विज
कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद ओपीएस को लागू करने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘‘सपने लेने पर अभी किसी भी सरकार ने कोई टैक्स नहीं लगाया है, और अगर हुडडा जी सपने ले रहे हैं और सपनों में ये कोई वायदे या घोषणाएं कर रहे हैं, तो उनका जवाब देना अनुचित है’’।