नई दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र अंतरिम सुरक्षा बल (United Nations Interim Security Force) में भारतीय बटालियन के हिस्से के रूप में भारत आज सूडान के अबेई क्षेत्र में महिला शांति सैनिकों की एक पलटन को तैनात करेगा. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, यह यूएन मिशन में महिला शांति सैनिकों की भारत की सबसे बड़ी एकल इकाई होगी, इससे पहले भारत ने 2007 में लाइबेरिया में पहली बार पूरी तरह से महिलाओं की टुकड़ी (All-women contingent) को तैनात किया था.
वर्ष 2007 में, संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए पूरी तरह से महिलाओं की टुकड़ी को तैनात करने वाला भारत पहला देश बना था. लाइबेरिया में गठित पुलिस यूनिट ने 24 घंटे गार्ड ड्यूटी प्रदान की, राजधानी मॉनरोविया (Monrovia)में रात्रि गश्त की, और लाइबेरिया पुलिस की क्षमता बढ़ाने में मदद की थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अबेई में तैनात होने वाली सबसे बड़ी भारतीय महिला यूएनए शांतिरक्षक दल की भागीदारी की सराहना की। मोदी ने ट्वीट किया, यह देखकर गर्व होता है। संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों में भारत की सक्रिय भागीदारी की परंपरा रही है। हमारी नारी शक्ति की भागीदारी और भी सुखद है। प्रधानमंत्री ने रक्षा मंत्रालय के लोक प्रशासन के अतिरिक्त महानिदेशालय के ट्वीट पर यह जवाब दिया।
रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया था- हैशटेग इंडियन आर्मी ने हैशटेग अबेई, हैशटेग यूएनआईएसएफए में हैशटेग संयुक्तराष्ट्र मिशन में महिला हैशटेग शांतिरक्षकों की अपनी सबसे बड़ी टुकड़ी को तैनात करती है। टीम यूएन के झंडे के तहत अत्यधिक परिचालन और चुनौतीपूर्ण इलाकों में से एक में महिलाओं और बच्चों को राहत और सहायता प्रदान करेगी। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि महिला शांति सैनिकों की पलटन को संयुक्त राष्ट्र अंतरिम सुरक्षा बल, अभय (यूनिस्फा) में भारतीय बटालियन के हिस्से के रूप में अबेई में तैनात किया जाएगा