शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले ने उत्तर भारत के 20 शहरों से गुजरने के बाद पश्चिमी भारत में प्रवेश किया
नई दिल्ली। पहली शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले ने आज सुबह जयपुर पहुंचने के साथ ही पश्चिमी भारत में प्रवेश किया। अजमेर से गुजरने के बाद यह मशाल रिले अहमदाबाद में प्रवेश करेगी और फिर केवड़िया, वडोदरा, सूरत, दांडी, दमन, नागपुर, पुणे, मुंबई और पंजिम की यात्रा करेगी। इसके बाद यह मशाल रिले भारत के पूर्वी भाग, उत्तर-पूर्वी भारत में प्रवेश करेगी और दक्षिण भारत में समाप्त होगी।
उत्तर भारत के पहले चरण में, यह मशाल पिछले 10 दिनों में दिल्ली, जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के 20 शहरों से होकर गुजरी।
यह रिले आजादी का अमृत महोत्सव – भारत की आजादी के 75वें वर्ष – के उपलक्ष्य में कुल 75 शहरों से होकर गुजरेगी। शतरंज ओलंपियाड के लिए पहली बार मशाल रिले का शुभारंभ भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 19 जून को नई दिल्ली के आईजी स्टेडियम में किया था।
फिडे के अध्यक्ष अर्कडी ड्वोरकोविच ने इस मशाल को प्रधानमंत्री को सौंपा, जिन्होंने इसे भारतीय शतरंज के दिग्गज विश्वनाथन आनंद को सौंप दिया। ऐतिहासिक शुभारंभ के बाद, यह मशाल राष्ट्रीय राजधानी में लाल किला, धर्मशाला में एचपीसीए, अमृतसर में अटारी सीमा, आगरा में ताजमहल और लखनऊ में विधानसभा सहित अन्य ऐतिहासिक स्थानों से होकर गुजरी।
इस शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों में उपस्थित रहने वाले प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों में जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल श्री मनोज सिन्हा, पंजाब के राज्यपाल श्री बनवारीलाल पुरोहित, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर, केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री श्री किरेन रिजिजू आदि शामिल थे।
इस मशाल रिले के कार्यक्रम सिमुल शतरंज के साथ शुरू होते हैं, जिसमें ग्रैंडमास्टर और गणमान्य व्यक्ति स्थानीय एथलीटों के साथ शतरंज खेलते हैं। इन कार्यक्रमों के बाद, यह मशाल जीप के जरिए विभिन्न स्थानों से होकर गुजरती है। इसके अलावा, इस मौके पर एक शहर से दूसरे शहर तक जाने वाली एक संवादात्मक बस यात्रा तथा एक सांस्कृतिक परेड समेत विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। सांस्कृतिक परेड अलग – अलग क्षेत्रों में अलग – अलग प्रकार की होती है और उसमें शतरंज के युवा खिलाड़ी शामिल होते हैं।
इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के इतिहास में पहली बार, भारत न सिर्फ 44वें फिडे शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी कर रहा है, बल्कि एक मशाल रिले की शुरुआत करने वाला पहला देश भी है। फिडे द्वारा 1927 में शुरू हुए इस प्रतियोगिता के इतिहास में पहली बार मशाल रिले की शुरुआत की गई है। मेजबान देश होने के नाते, भारत 44वें फिडे शतरंज ओलंपियाड में अब तक के अपने सबसे बड़े दल के रूप में 20 खिलाड़ियों को मैदान में उतारने के लिए तैयार है। भारत ओपन और महिला वर्ग में से प्रत्येक में दो टीमों को मैदान में उतारने का हकदार है। इस आयोजन में 188 देशों के 2000 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे, जोकि शतरंज ओलंपियाड के इतिहास में सबसे अधिक है। 44वां फिडे शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त, 2022 के दौरान चेन्नई में आयोजित किया जाएगा।