सुभाष चौधरी
नई दिल्ली : दुनिया के लोगों के दिलों पर राज करने वाली स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर की शख्सियत ही नहीं उनकी संपत्ति के बारे में भी लोग बड़ी व्यग्रता के साथ जानना चाहते हैं। इनके दुनिया से जाने के साथ ही उनके जीवन के बहुत सारे अनछुए पहलुओं को लेकर देश और दुनिया के लोगों में बड़ा कौतूहल बना हुआ है। एक तरफ उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ मुंबई के शिवाजी पार्क में किया गया तो दूसरी तरफ दुनिया के कई देशों से उनके बारे में जानने के लिए गूगल से लेकर अन्य सोशल प्लेटफॉर्म पर भी बड़ी संख्या में लोग जानकारियां खंगाल रहे हैं।
आमतौर पर आम लोगों से अक्सर दूर रहने वाली भारत रत्न लता मंगेशकर का जीवन भी बड़ा रहस्यमयी रहा है। उन्होंने अपने भाई बहन को आगे बढ़ाने के लिए बचपन से ही संघर्ष करना शुरू कर दिया था। आरंभ के दिनों में लता मंगेशकर ने महज 13 वर्ष की उम्र में ही फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था क्योंकि उसी समय उनके पिता की मृत्यु हो गई थी।
उनके कंधों पर उनकी दो बहनों और भाई के जीवन यापन का भार आ गया था। उस समय उनकी पहली कमाई सिर्फ ₹25 की थी। आज दुनिया जिनके निधन के बाद शोकाकुल है, अपने दिलों में बसाए हुए हैं ,उनका संघर्ष कितना कठिन था यह भी लोगों के लिए कौतूहल का विषय है।
यही कारण था कि दुनिया में संगीत की सर्वोत्तम यूनिवर्सिटी कही जाने वाली लता मंगेशकर ने एक बार अपने इंटरव्यू में कहा था कि वह दोबारा जन्म नहीं लेना चाहती है. उन्होंने कहा था कि वह इसलिए दोबारा जन्म नहीं लेना चाहती है क्योंकि वह फिर लता मंगेशकर नहीं बनना चाहती है। यह कहने के पीछे उनका तर्क था कि वह इसलिए लता मंगेशकर नहीं बनना चाहती है क्योंकि जो संघर्ष उन्हें लता मंगेशकर के रूप में अपने जीवन में करना पड़ा वह नहीं चाहती कि फिर किसी को दुनिया में इतना संघर्ष करना पड़े।
उनकी इस बात से यह स्पष्ट होता है कि उनके पिता के देहांत के बाद बॉलीवुड की दुनिया में या यूं कहें संगीत के चमकते सितारे बनने तक उनका सफर आरंभ से ही कितना संघर्ष में रहा था।
हालांकि उन्होंने हमेशा चाहे वह अभिनय हो या फिर संगीत का क्षेत्र, अपनी शर्तों पर हमेशा काम किया। उनका इतिहास रहा है कि उन्होंने कभी भी किसी फिल्म निर्माता या फिर म्यूजिक डायरेक्टर की शर्तों को अपने ऊपर थोपने नहीं दिया। गाने की रॉयल्टी को लेकर भी उनका कई बार कुछ बड़े संगीतकारों से विवाद हुआ लेकिन अंततः जीत उनकी ही हुई।
यह सुखद बात है कि इतने संघर्ष के बाद उनका जीवन बहुत सुखमय रहा. उनके पास आलीशान बंगला है जो दक्षिण मुंबई के पैडल रोड पर स्थित है। उस बंगले का नाम प्रभु कुंज है। साउथ मुंबई के पॉश इलाके में यह बंगला अवस्थित है जिससे इसका अंदाजा लगाना सहज है कि वह कितना कीमती है।
यही वह जगह है जब एक बार इस सड़क पर फ्लाईओवर बनाने की बात हुई थी तो लता मंगेशकर ने यहां तक कह दिया था कि अगर महाराष्ट्र सरकार यहां फ्लाईओवर का निर्माण कराएगी तो वह मुंबई छोड़ देगी। यानी मुंबई छोड़कर अपना निवास स्थान किसी अन्य शहर में बना लेगी। अंततः तत्कालीन महाराष्ट्र सरकार को उनकी जिद के सामने झुकना पड़ा था. क्योंकि पूरा देश उनके साथ था . यह इस बात का द्योतक है कि इस देश की हर पीढ़ी किस कदर सुरों की देवी लता मंगेशकर की दीवानी रही है।
आज लोग यह भी जानना चाहते हैं कि लता मंगेशकर की कुल संपत्ति कितनी है। इसको लेकर कई प्रकार की चर्चा मीडिया में भी शुरू है. बॉलीवुड की दुनिया में भी और आम लोग भी अपने अपने हिसाब से अंदाजा लगा रहे हैं।
अपना काम ₹25 की कमाई से शुरू करने वाली लता मंगेशकर के पास लगभग 370 करोड रुपए की कुल संपत्ति है। ध्यान देने वाली बात यह है कि उन्होंने यह संपत्ति संगीत की दुनिया में ही काम करते हुए बनाई है। उन्हें अपने गाए हुए गानों की रॉयलटी आज भी मिलती है। दूसरी तरफ चर्चा यह भी है कि उन्होंने काफी निवेश भी किया हुआ है जिससे नियमित आय भी होती है।
संगीत में अपने जीवन में उन्होंने कई प्रकार के शौक भी पाल रखे थे। एक तरफ उन्हें महंगी कार रखने का भी शौक था तो दूसरी तरफ फोटोग्राफी करने की चाहत भी उन पर सिर चढ़कर बोलती रही है। कहा जाता है कि फोटोग्राफी का तो उन्हें तकनीकी ज्ञान भी बहुत ज्यादा था. ऐसा बॉलीवुड के लोग बताते हैं। कई बार वे शूटिंग या फिर गायन के दौरान फिल्म निर्देशकों या शूटिंग करने वाले लोगों को तकनीकी तौर पर भी गाइड करती थी।
उनके पास कई लग्जरी कारों का कलेक्शन है. इनमें से सबसे पहली कार शेवरलेट थी जिसे उन्होंने अपनी मां के लिए खरीदा था। इनके अलावा उनके पास Buick, Chrysler भी है. बताया जाता है कि वीर जारा फिल्म की म्यूजिक रिलीज करने के समय फिल्म निर्माता यश चोपड़ा ने उन्हें एक मर्सिडीज कार गिफ्ट की थी।