कांग्रेसी नेता व पूर्व मंत्री ने किया टूंडलाका गांव का दौरा
पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे व पुनर्वास की मांग
यूनुस अलवी
मेवात : लोगों के घरों को उजाड़ कर किसी भी कीमत पर सीआरपीएफ कैंप बनने नहीं दिया जाएगा। सरकारों का काम लोगों को उजाडने का नहीं बल्कि बसाने का होता है। कांग्रेस पार्टी गांव टूंडलाका के पीड़ित लोगों के साथ है। ये आरोप पूर्व परिवहन मंत्री एवं कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष आफताब अहमद ने कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारियों के साथ मिलकर शुक्रवार को टूंडलाका गांव का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुऐ लगाऐ।
पूर्व मंत्री ने उजाडे गये करीब 80 परिवारों को दुबारा बसाने, मकाने तोडने का मुआवजा देने की मांग की। साथ ही उन्होने कहा कि इस बारे में उन्होने सीएम का चिटठी भी लिखी है अगर जल्द ही सरकार ने इस पर कदम नहीं उठाया तो कांग्रेस पार्टी धरना प्रदर्शन से भी नहीं हटेगी और टूंडलाका गांव में किसी भी कीमत पर सीआरपीएफ कैंप बनने नहीं दिया जाऐगा।
उन्होने कहा कि बडे अफसोस की बात है कि कडाके कि ठंठ के मौसम में लोग छप्पर तान कर रहने को मजबूर हैं। उन्होने कहा कि जिस जगह यूनिवर्सिटी या रोजगार के दफ्तर खोलने चाहिये थे वहंा सरकार सीआरपीएफ कैंप खोल रही है जबकी टूंडलाका गांव से 15 किलोमीटर दूर फिरोजपुर झिरका और 10 किलोमीटर दूर पहाडी में पहले से ही सीआरपीएफ कैंप बने हुऐ हैं। उन्होने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार पूरी तरह संवेदनहीन हो गई है। मेवातियों में देश भक्ति कूट-कूट कर भरी हुई है। मेवात में आज तक कोई संप्रदायिक दंगें नहीं हुऐ फिर सीआरपीएफ कैंप की क्या जरूरत पड गई है?
आप को बता दें कि गत 18 दिसंबर को प्रशासन ने गांव टूंडलाका में सीआरपीएफ कैंप बनाने को लेकर 70/80 पक्के मकानों को तोड़ दिया था। लोगों के पास रहने के लिए मकान न होने की वजह से फिलहाल लोग उसी जगह पर झोपड़ी तान कर रहने को मजबूर हैं।
इस मौके पर उनके साथ कांग्रेस प्रदेश सचिव सुभान खां, पूर्व ग्रह मंत्री र्स्गीय सरदार खां के पुत्र एजाज अहमद, चैयरमेन अहमद, पूर्व विधान सभा अध्यक्ष मकसूद अहमद, जिला युवा सचिव मुबीन खान सहित काफी कांग्रेस नेता मौजूद थे।