नागपुर, पांच जुलाई। कोविड-19 लॉकडाउन के चलते कतर में फंसे 300 से अधिक भारतीय दो चार्टर्ड उड़ानों से नागपुर और मुंबई लौटे हैं। ये उड़ानें सरकार के ‘वंदे भारत मिशन’ का हिस्सा नहीं थीं, बल्कि दोहा में प्रवासी भारतीयों के शीर्ष निकाय ‘इंडियन कल्चरल सेंटर’ तथा कतर में सामुदायिक संगठन ‘महाराष्ट्र मंडल’ के प्रतिनिधियों ने इनका इंतजाम किया।
इंडियन कल्चरल सेंटर के उपाध्यक्ष विनोद नैयर ने कहा कि शुक्रवार को एक उड़ान से 172 यात्री नागपुर पहुंचे जबकि दूसरी उड़ान से 165 भारतीय शनिवार को मुंबई पहुंचे।
उन्होंने बताया कि जो यात्री नागपुर पहुंचे हैं, उनमें 86 छत्तीसगढ़ के, 34 मध्य प्रदेश और 52 महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र से हैं। उन्होंने 24,000 रुपये प्रति टिकट का भुगतान किया।
नैयर ने बताया कि मुंबई पहुंचे यात्रियों ने 20,000 रुपये प्रति टिकट का भुगतान किया।उन्होंने कहा कि कतर में फंसे अनेक भारतीय स्वदेश लौटना चाहते थे और ‘‘हमने उनकी वापसी के लिए भारतीय दूतावास तथा इंडिगो एयरलाइन से समन्वय कायम किया। कतर में महाराष्ट्र मंडल ने उनके लिए टिकट किराया संग्रह और अन्य दस्तावेजी औपचारिकताओं का इंतजाम किया।
नैयर ने दावा किया कि उन्होंने और मंडल के कुछ सदस्यों ने फंसे हुए यात्रियों की वापसी के लिए अपनी जेब से योगदान किया। उन्होंने यह भी कहा कि सोमवार को 169 यात्रियों को लेकर एक और चार्टर्ड उड़ान गोवा पहुंचेगी।