नई दिल्ली : लगभग सौ दिन से अधिक समय तक बंद रहने के बाद, सभी एएसआई-संरक्षित स्मारक सोमवार (6 जुलाई) से जनता के लिए फिर से खुलेंगे। केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने गुरुवार को कहा कि उनके मंत्रालय ने ऐसे सभी स्मारकों को 6 जुलाई से आगंतुकों /पर्यटकों के स्वागत के लिए खोलने का निर्णय लिया है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के तहत 3,000 से अधिक स्मारक हैं, जिनमें ताजमहल, खजुराहो मंदिर, सांची स्तूप, दिल्ली व आगरा का लाल किला और कुतुब मीनार शामिल हैं। मंत्री ने साफ़ किया है कि सभी राष्ट्रीय स्मारक राज्य और जिला प्रशासन के अनुपालन में खोले जाएंगे।
गौरतलब है कि कोविद -19 महामारी के बीच, सभी स्मारकों को बंद कर दिया गया था क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत 24 मार्च को पहली बार देशव्यापी लॉक डाउन की घोषणा की थी। एएसआई द्वारा बनाए गए 3,691 केंद्रीय रूप से संरक्षित स्मारक और पुरातात्विक स्थल 17 मार्च से बंद हैं।
पिछले महीने केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने 820 एएसआई-संरक्षित स्मारकों को 8. जून से खोलने की मंजूरी दी थी, जिनमें पूजा स्थल हैं। ताजमहल तो बंद रखे गए लेकिन इसके प्रवेश द्वार के दक्षिण-पश्चिम कोने पर फतेहपुरी मस्जिद, इसके परिसर में स्थित मस्जिद और इसके पास की काली मस्जिद को खोलने की अनुमति दी गई थी ।
हालांकि इसके लिए नियम सख्त रखे गए हैं. यहाँ आने वाले लोगों को स्मारक के अंदर तय समय सीमा तक रहने की अनुमति होगी . स्मारक के अंदर सुरक्षा कर्मचारी यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी बिंदु पर भीड़ न हो। साथ ही परिसर के भीतर फोटोग्राफी की अनुमति नहीं होगी जबकि सभी साउंड और लाइट शो और फिल्म शो अगले आदेश तक बंद रहेंगे। स्वास्थ्य सुरक्षा के सभी नियमों का पालन करना जरूरी होगा.