सरकारी स्कूलों में नैतिक शिक्षा का पाठ
गुरुग्राम : आज गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल बसई और गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल कादीपुर में नैतिक शिक्षा के दौरान छात्र छात्राओं को बताया गया कि उनके जीवन में नैतिक शिक्षा का क्या मूल्य है। समाज सेविका रितु गोयल ने बताया कि शिक्षा और नैतिक मूल्य दोनों की हिस्सेदारी से ही एक अच्छा नागरिक बनता है।
एक अच्छा नागरिक ही देश का गौरव बढ़ाता है। उन्हें मिल जुलकर बहन भाई रूप में रहना चाहिए इसका तो जीता जागता उदाहरण विवेकानंदजी जी हैं जिस प्रकार उन्होंने जब विदेश में अपना भाषण शुरू किया तो संबोधन करते हुए उन्होंने कहा( माय डियर ब्रदर एंड सिस्टर )उनके इस वाक्य पर पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज गया ।वहां बैठे सभी विदेशियों को लगा कि इन्होंने आते ही हमें अपना बहन विदेशियों भाई माना। यही तो हमारी संस्कृति है और इसी संस्कृति को हमें आज के छात्रों में भी डालना है ।
यही हमारा मकसद है। रितु गोयल सारी शिक्षा बच्चों में यह सोचकर देती हैं कि अगर हमारी युवा पीढ़ी कुछ भी करने की ठान ले तो बड़ी-बड़ी ताकत हमारा देश विश्व में नंबर 1 स्थान प्राप्त कर लेगा ।आज के सत्र में कुल 3300 छात्र-छात्राएं थे ।सभी ने विषय को ध्यान से समझा और उस पर अमल करने की भी कोशिश करेंगे ऐसा संकल्प लिया ।हमारे प्यारे बच्चे अपने जीवन को सही मार्ग पर जल्दी ही लाएंगे और भारत को विश्व गुरु बनाएंगे।
इसके अतिरिक्त रितु गोयल पिछड़ी बस्तियों में जाकर भी वहां के बच्चों और महिलाओं में काम करती हैं ।उन मे स्वास्थ्य, स्वावलंबन और समरसता लाने में प्रयास करती हैं उन्होंने कई भजन मंडलियां भी बना रखी है इन्हें भजन मंडलियों के माध्यम से वह महिलाओं को एकत्रित करती हैं और अपने विचार उनके आगे रखती हैं ।(समर्थ महिला समर्थ भारत )यही उनका धयेय वाक्य है।