पटना।बिहार में आरोप प्रत्यारोप का दौर अब पुलिस थाने तक पहुंच गया है। खबर है कि जदयू से निकले गए प्रशांत किशोर के खिलाफ पटना के पाटलिपुत्र थाना में जालसाजी करने के आरोप का एक मामला दर्ज आया है। सूत्रों का कहना है कि प्रशांत किशोर पर अपने अभियान ‘बात बिहार की’ के लिए कंटेंट की नकल करने का आरोप लगाया गया है। जेडीयू के ही पूर्व नेता शाश्वत गौतम ने प्रशांत किशोर पर यह आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। शाश्वत गौतम का आरोप है कि वह ‘बिहार की बात’ नाम से एक प्रोजेक्ट पर पहले से ही काम कर रहे थे। जल्दी ही उसे लांच करने की तैयारी में भी थे लेकिन उसके पहले ही उनके कंटेंट को धोखाधड़ी कर प्रशांत किशोर ने हड़प लिया और अपने नाम से अपना कंसेप्ट बता कर लॉन्च कर दिया। यह बौद्धिक संपदा की चोरी का मामला बनता है।
सूत्रों का कहना है कि शिकायतकर्ता गौतम ने शिकायत में एक और व्यक्ति पर शामिल होने का आरोप लगाया है जिसका नाम ओसामा बताया गया है। ऊक्त युवक का नाम भी एफआईआर में शामिल है। गौतम का आरोप है कि ओसामा उनके प्रोजेक्ट के साथ पहले से ही जुड़ा हुआ था लेकिन इसे लांच करने से पूर्व ही उसने उनका साथ छोड़ दिया था। शिकायत के अनुसार ओसामा ने ही प्रशांत किशोर को ऊक्त प्रोजेक्ट का कंटेंट चोरी से मुहैया कराया। शाश्वत गौतम का कहना है कि प्रशांत किशोर ने हूबहू उनके प्रोजेक्ट की नकल कर ‘बात बिहार की’ अभियान को अपना बता कर लोगों के सामने रख दिया है। कहा जा रहा है कि गौतम ने इस संबंध में पुलिस को सबूत भी दिए हैं। जनवरी माह में ही उन्होंने इसके लिए वेबसाइट का रजिस्ट्रेशन भी कराने का खुलासा किया है।
सूत्रों का कहना है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार की कृपा से इलेक्शन मैनजेमेंट प्रोफेशनल से नेता बने प्रशांत किशोर के खिलाफ पाटलिपुत्र थाने में धारा 420, 406 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है। मामला हाई प्रोफाइल होने से संभावना है कि इसकी पड़ताल पटना पुलिस के बड़े अधिकारी ही करेंगे।
उल्लेखनीय है कि शिकायतकर्ता शाश्वत गौतम ही प्रशांत किशोर से पहले जेडीयू के सोशल मीडिया काम देख रहे थे। प्रशांत किशोर के आने के बाद गौतम को जेडीयू ने हटा दिया था। बताया जाता है कि गौतम जो पूर्वी चंपारण के रहने वाले है ने कांग्रेस के लिए भी काम किया है। गौतम भी अमेरिका से यहां नेताओं की किस्मत बदलने आये थे।