30 करोड़ आबादी भूखी सोती है, ट्रंप पर कुछ घंटों में होंगे करोड़ों खर्च : दीपा शर्मा

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कांग्रेस नेता ने कहा , रोजगार खत्म, महंगाई बढ़ी, रिजर्व बैंक खाली हो रहा, एलआईसी बेचने का इंतजाम लेकिन फिजूल खर्ची कर अपनी छवि बनाने में व्यस्त है मोदी सरकार

गुरुग्राम 20 फरवरी। देश में आर्थिक मंदी बरकरार है। वर्ल्ड बैंक ने भारत के नाम से विकासशील टैग भी हटा दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्रंप को बुलाकर जनता की टैक्स की कमाई कुछ ही घंटों में सौ करोड़ खर्च का इंतजाम कर दिया।भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेज बढऩे वाली अर्थव्यवस्था का तमगा खो चुकी है। उम्मीदों से भरा भारत आज सुस्ती और मंदी के बीच में कहीं खड़ा है। यह विचार कांग्रेस नेत्री दीपा शर्मा ने 24 फरवरी को गुजरात के अहमदाबाद में ट्रंप के दौरे पर खर्च होने वाले सौ करोड़ खर्च के मुद्दे पर व्यक्त किया।

दीप शर्मा ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मंदी के मुहाने पर खड़ी है। जीडीपी ग्रोथ रेट अपने 6 साल के
न्यूनतम स्तर पर है। बेरोजगारी दर 45 साल के उच्च स्तर पर है। सरकार फिर भी कहती है कि वह 2024 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बना
देगी। लेकिन क्या यह 4.5 फीसदी की जीडीपी दर से संभव है? वहीं, ब्रिटेन की सेंटर फॉर इकनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च संस्था ने 2026 तक भारतीय
अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर होने की संभावना जताई है। यानी सरकार के तय किए गए लक्ष्य से 2 वर्ष बाद।

उन्होंने कहा कि यह तभी संभव था जब हमारी नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ रेट 12 फीसदी होती। लेकिन फिलहाल नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ रेट 15 साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुकी है। 15 साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंचने के
बाद देश को लोअर मिडिल इन्कम कैटेगरी में खड़ा कर दिया गया है। इन्होंने पाकिस्तान, चिल्लाते चिल्लाते उसी कैटेगरी में देश को खड़ा कर दिया है ?


दीपा शर्मा ने कहा कि वर्ल्ड बैंक ने भारत को लेकर विकासशील देशों का तगमा हटा दिया है। अब
भारत लोअर मिडिल इनकम कैटेगरी में गिना जाएगा। भारत नए बंटवारे के बाद जांबिया, घाना, ग्‍वाटेमाला, पाकिस्‍तान, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे
देशों की श्रेणी में आ गया है। सबसे बुरी बात यह है कि ब्रिक्स देशों में भारत को छोड़कर चीन, रूस, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील अपर मिडिल इनकम
श्रेणी में आते हैं। अभी तक लो और मिडिल इनकम वाले देशों को विकासशील और हाई इनकम वाले देशों को विकसित देशों में गिना जाता रहा है। मोदी सरकार खूब
फिजूलखर्ची कर रही है।

कांग्रेस नेता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि तीन हजार करोड़ रूपये से प्रतिमा तैयार की गई तो वहीं अयोध्या में दीपक जलाने पर लाखों खर्च । इसके साथ ही विज्ञापनों पर करोड़ों खर्च किया गया जबकि शिक्षा, चिकित्सा और रेल पर कम खर्च करके नरेगा का बजट कम कर दिया है।

उन्होंने दावा किया कि वर्ल्ड बैंक ने अर्थव्यवस्था के बंटवारें की श्रेणियों के नामों में परिर्वतन किया है। वर्ल्ड बैंक के डाटा साइंटिस्‍ट तारिक खोखर ने बताया, हमारे वर्ल्ड डवलपमेंट इंडिकेटर्स पब्लिकेशन में हमने लो और मिडिल इनकम वाले देशों को विकासशील देशों के साथ रखना बंद कर दिया है। विश्लेषणात्मक उद्देश्‍य से भारत को लोअर मिडिल इनकम अर्थव्यवस्था में रखा जा रहा है।
हमारे सामान्य कामकाज में हम विकासशील देश की टर्म को नहीं बदल रहे हैं। लेकिन जब स्‍पेशलाइज्‍ड डाटा देंगे तो देशों की सूक्ष्म श्रेणी का प्रयोग करेंगे। वर्ल्ड बैंक की ओर से कहा गया है कि मलावी और मलेशिया दोनों
विकासशील देशों में गिने जाते हैं। लेकिन अर्थव्यवस्था की दृष्टि से देखें तो मलावी का आंकड़ा 4.25 मिलियन डॉलर है जबकि मलेशिया का 338.1बिलियन डॉलर है। नए बंटवारे के बाद अफगानिस्‍तान, नेपाल लो इनकम में आते
हैं। रूस और सिंगापुर हाई इनकम नॉन ओईसीडी और अमेरिका हाई इनकम ओईसीडी कैटेगिरी में आता है।


उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप दो दिन की यात्रा पर 24 फरवरी को भारत आ रहे हैं। इस हाई प्रोफाइल दौरे को लेकर तैयारियां तेज हैं। ट्रंप 24
फरवरी को गुजरात के अहमदाबाद जाएंगे। ऐसे में गुजरात सरकार उनकी खातिरदारी में कोई कसर नहीं छोडऩा चाहती है। खबर है कि ट्रंप की मेजबानी में गुजरात सरकार 100 करोड़ से अधिक रुपए खर्च करेगी। 3 घंटे की यात्रा
पर 100 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने की बात को लेकर काफी चर्चा है। ट्रंप की मेजबानी में शामिल अधिकारियों के मुताबिक गुजरात के मुख्यमंत्री
विजय रुपाणी का कहना है कि राष्ट्रपति ट्रंप के सत्कार में बजट बाधा नहीं बनना चाहिए।

सड़कों की मरम्मत और ट्रम्प की यात्रा के लिए शहर का
सौंदर्यीकरण कर रहे अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) और अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण (एयूडीए) संयुक्त रूप से लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च करेंगे। एक
अधिकारी के मुताबिक शहर की सजावट में और सड़कों की मरम्मत में आए खर्च का कुछ हिस्सा भारत सरकार दे सकती है लेकिन लागत का ज्यादातर हिस्सा राज्य
सरकार द्वारा ही वहन किया जाएगा। 17 सड़कों की मरम्मत के लिए 60 करोड़ का बजट आवंटन किया गया है। यही नहीं ट्रंप जिस सड़क से एयरपोर्ट से मोटेरा
स्टेडियम जाएंगे उस 1.5 सड़क की मरम्मत के लिए 6 करोड़ का बजट अलग से आवंटित किया गया है। इसके अलावा डेवलपमेंट अथॉरिटी सड़कों के लिए 20
करोड़ का बजट रखा है।

क्या दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद ट्रम्प यात्रा भाजपा में संजीवनी का काम करेगी ? इस सवाल पर दीपिका शर्मा ने कहा कि हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा पार्टी को मिली करारी हार के बाद पार्टी नेतृत्व को लगता है कि ट्रंप की यात्रा भाजपा को दौबारा से खड़ा करने के लिए संजीवनी का काम करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश व देश की जनता भाजपा के मनसुबों को अच्छी तरह से जान चुकी है किसी को भी ले आएं लेकिन अब वह उनके बहकावे में आने वाली नहीं है। मोदी का नाटक खत्म हो चुका है।

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