गुरुग्राम । हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय बाल महोत्सव के चौथे दिन बच्चों और लोगों ने छुट्टी का लाभ उठाते हुए महोत्सव में पहुंचे विभिन्न संस्कृतियों के सामंजस्य को प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रदर्शित किया। हरियाणवी के साथ पंजाबी, असम, राजस्थान, कश्मीर समेत अन्य क्षेत्रों की संस्कृतियों का समावेश ग्रुप डांस के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। राज्य स्तरीय बाल महोत्सव में अब तक एक लाख से अधिक बच्चे शिरकत करने के लिए पहुंच चुके हैं।
इस महोत्सव के आयोजन से पूर्व जो अपेक्षा की जा रही थी, यह आयोजन उससे भी अधिक सफल सिद्ध हो रहा है। यहां बच्चे भरपूर मस्ती करने के साथ-साथ अपने देश की संस्कृति से भी रूबरू हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां हर आयु वर्ग के बच्चों के मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए इंतजाम किए गए हैं। चाहे जादूगर का शो हो या कठपुतली का, सभी पर बच्चों की भारी भीड़ जमा है। इसके साथ ही यहां बच्चे घुड़सवारी, ऊंट की सवारी करके भी आनंद उठा रहे हैं। बच्चों के लिए मेले में मनोरंजन के साथ-साथ उनके खान-पान की भी व्यवस्था की गई है। बच्चों को मेले में खान -पान की सुविधा पूरी तरह निशुल्क दी जा रही है। महोत्सव में बच्चों को मिल्क , रिफ्रेशमेंट व भोजन आदि बिल्कुल निशुल्क किया जा रहा है।
परिषद के महासचिव कृष्ण ढुल ने बताया कि सोमवार को राज्यस्तरीय बाल महोत्सव का समापन समारोह आयोजित किया जा रहा है। जिसमें मुख्यातिथि के रूप में प्रदेश के महामहिम राज्यपाल एवं हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के प्रधान सत्य देव नारायण आर्य शिरकत करेंगे। उन्होंने कहा कि बाल महोत्सव के समापन समारोह में सबसे अधिक लोग कार्यक्रम में पहुंचेंगे। समापन महोत्सव को लेकर परिषद द्वारा तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है।
राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य समापन महोत्सव में राज्यस्तरीय बाल महोत्सव के विजेता बच्चों को पारितोषिक वितरण में शिरकत करेंगे। कृष्ण ढुल ने कहा कि पिछले वर्ष रोहतक में आयोजित हुए राज्यस्तरीय बाल महोत्सव के दौरान पाँच दिनों में 2 लाख 50 हजार से अधिक बच्चों और लोगों ने कार्यक्रम में शामिल हो कार्यक्रम को ऐतिहासिक बना दिया था। इस बार सर्द मौसम को देखते हुए लगभग 1 लाख से ऊपर बच्चे व लोगों के पहुंचने की संभावना थी लेकिन 1 लाख से अधिक बच्चे व लोग अब तक तीन दिन चले महोत्सव में रजिस्टर्ड हो चुके हैं।
राज्यस्तरीय बाल महोत्सव के प्रति बच्चों में उत्साह और उमंग को देखकर लगता है कि इस बार राज्यस्तरीय बाल महोत्सव पिछले रिकॉर्ड को ध्वस्त कर नया रिकॉर्ड कायम करेगा। कृष्ण ढुल ने कहा कि बच्चे विश्वस्तरीय मंच पर प्रस्तुतियां देकर बेहद खुश हैं। किंगडम ऑफ ड्रीम्ज का मंच बच्चों की प्रतिभा को नई उड़ान प्रदान करेगा।