नई दिल्ली : केन्द्रीय सूचना और प्रसारण तथा पर्यावरण, वन एंव जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि सरकार देश की फिल्म विरासत के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में नेशनल फिल्म हेरिटेज मिशन (एनएफएचएम) उनके मंत्रालय की एक अहम पहल है जिसे तय समय में लागू कर दिया जाएगा। श्री जावडेकर ने आज भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार (एनएफएआई) के अपने दौरे के अवसर पर यह बात कही।
इस अवसर पर श्री जावडेकर ने मंत्रालय के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय फिल्म हेरिटेज मिशन और इसके तहत चलायी जा रही विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि फिल्मों की करीब 1 लाख 32 हजार रीलों की स्थिति का मुआयान किया जा चुका है और उन्हें भलि भांति संरक्षित रखने का काम चल रहा है इसके साथ ही फिल्मों की रीलों का डिजिटलीकरण भी जल्दी ही शुरु कर दिया जाएगा। श्री जावडेकर ने यह भी कहा कि तीन एकड़ भूमि पर सरकार संरक्षण सुविधाओं के लिए एक नया केन्द्र स्थापित कर रही है । इसके साथ अभिलेखागार परिसर में बच्चों पर बनी फिल्मों का एक क्लब भी होगा जिससे सभी आयु वर्ग के बच्चों को काफी लाभ मिलेगा। उन्होंने जयकर बंगले का जीर्णोद्धार किये जाने का जिक्र करते हुए कहा कि इस भवन में फिल्मों पर अनुसंधान करने वालों के लिए एक नई डिजिटल लाइब्रेरी तथा व्यक्तिगत रूप से फिल्में देख पाने के लिए अलग सुविधा भी होगी।
समीक्षा बैठक से अलग श्री जावडेकर ने फिल्म परिसंघ की हस्तियों से भी मुलाकात की और उनके द्वारा किए गए अनुरोध पर ध्यान दिया। राष्ट्रीय फिल्म हेरिटेज मिशन का मुख्य उद्देश्य आधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से फिल्मों की करीब डेढ़ लाख रीलों का संरक्षण, 3500 फिल्मों का डिजिटलीकरण, देश के फिल्म इतिहास में मील का पत्थर रहीं 2 हजार फिल्मों के चित्रों और ध्वनियों को ठीक करना, संरक्षण सुविधाएं विकसित करना और इन सब कार्यों के लिए पर्याप्त मात्रा में मानव संसाधन बल को प्रशिक्षित करना है ।