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बावल। मनेठी में प्रस्तावित एम्स के लिए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की ओर से गठित वन सलाहकार कमेटी ने पर्यावरणीय स्वीकृति देने से मना करने के बाद एम्स बनने पर पानी फिरता जा रहा है। इसी कडी में आज कुंड में एम्स संघर्ष समिति की बैठक आयोजित हुई। जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया गया और सभी ने अपने सुझाव दिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने भी कुंड पहुँच कर अपना समर्थन देते हुए कहा कि मेरा पूरा साथ संघर्ष समिति के साथ है। पहले भी अपने एक होकर एम्स की लडाई लडी थी और दबाव में सरकार को एम्स की घोषणा करनी पडी थी।
श्री यादव ने कहा कि अरावली क्षेत्र होने की वजह से यहां पर सुर्पिम कोर्ट की इजाजत लेनी पडेगी जिसमें समय भी लग सकता है। हमने जब सैनिक स्कूल बनवाया था जो उसके लिए भी हमें 2 से ढाई साल लग गए थे। इसलिए यहां मनेठी में भी हमें सुर्पिम कोर्ट की ईजाजत लेनी पडेगी। कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा कि ईलाके में एम्स हम बनवा कर रहेगें, इसके लिए हम हर कानूनी कार्यवाही करने को तैयार हैं। मेरा पूरा साथ संघर्ष समिति के साथ है।
कैप्टन अजय सिंह यादव ने बिहार में चमकी बुखार के बारे में कहा कि बड़ा ही दुखद है कि बिहार में 140 मासूमों बच्चों की जान जा चुकी है। मैं इस दुख की घडी में सभी पीडित परिवारों के साथ खड़ा हुआ हूं। इस बुखार की वजह से पूरे बिहार में हाहाकार मचा हुआ है, लेकिन बडे दुख की बात है कि प्रधानमंत्री जी के पास बिहार जाने तक का समय नही है। प्रधानमंत्री मोदी को बिहार जाना चाहिए नैतिकता के आधार पर।