नई दिल्ली। पौराणिक काल से मशहूर भस्मासुर कलियुग के नए अवतार में और अधिक घातक होकर सामने आया है। अब वह भगवान की अपेक्षा नेताओं के सिर पर हाथ रखना चाहता है ताकि वे जलकर भस्म हो जाए। ऐसा ही एक वाकया मोदी सरकार की तेज तर्रार मंत्री स्मृति ईरानी के साथ हुआ है।
सोशल मीडिया पर खासी सक्रिय ईरानी कांग्रेस पर चुटीले व्यंग्यों के लिए मशहूर हैं। वे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव मैदान में हैं और यह चुनाव ही उनके गले में हड्डी बनकर अटक गया है। राहुल गांधी को चित्त करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ने वाली वही स्मृति इस समय सोशल मीडिया रूपी भस्मासुर के निशाने पर है और वह उनके शपथ पत्र में किए गए शिक्षा सम्बंधी खुलासे के साथ ही उनके पीछे पड़ गया है।
स्मृति ने शपथपत्र में स्वयं की शिक्षा के बारे में लिखा है कि उन्होंने साल 1994 में दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (पत्राचार) में बैचलर ऑफ कॉमर्स पार्ट -1 में दाखिला लिया था लेकिन तीन साल का ये डिग्री कोर्स पूरा नहीं हुआ। इस खुलासे के साथ ही जहां कांग्रेस ने उनके सास भी कभी बहू थी सीरियल में निभाई गई भूमिका को केन्द्र में रखकर यह जुमला दिया कि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थी तो सोशल मीडिया में उनके मीम्स की बाढ़ आ गई।