प्रवासी भारतीय देश की विकास गाथा के दूत हैं : किरेन रिजिजू
सुभाष चौधरी
नई दिल्ली : प्रवासी भारतीय युवाओं के एक दल ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू से भेंट की। आठ देशों से आए ये युवा विदेश मंत्रालय और आंध्र प्रदेश सरकार की और से आयोजित भारत को जानिए कार्यक्रम के तहत 25 दिवसीय भारत यात्रा पर आए हैं।
श्री रिजिजू ने प्रवासी भारतीय युवाओं से कहा कि जब वे अपनी यात्रा से वापस लौटे तो उन्हें भारत की विकासगाथा का दूत बनते हुए भारत के अपने अच्छे अनुभवों से पूरी दुनिया को अवगत कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार प्रवासी भारतीयों के महत्व को समझती है और उनके साथ संपर्क बनाए रखने के लिए एक सशक्त नीति लेकर आई है। श्री रिजिजू ने कहा कि प्रवासी भारतीय देश के विकास में महत्वपूर्ण भागीदार हैं। ‘आप लोगों ने भारत की यात्रा के दौरान यह देखा होगा की देश में किस तरह विकास हो रहा है।’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने विकास को गति देने के लिए कई क्रांतिकारी सुधार किए हैं। जो प्रवासी भारतीयों के लिए बड़े अवसर लेकर आए हैं। पिछले साढ़े चार वर्षों के दौरान सरकार प्रवासी भारतीयों के लिए र्स्टाट अप इंडिया और मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं में निवेश के लिए अवसर बनाए हैं। इसके लिए कई नियमों में ढील देकर कारोबार करना आसान बनाया गया है। सरकार ने प्रवासी भारतीयों को देश में निवेश के ब़ड़े अवसर प्रदान करने के लिए विनिवेश नीति पर विशेष जोर दिया है।
श्री रिजिजू ने प्रवासी भारतीय युवाओं को देश में ग्लोबल इनिशिएटिव फॉर एकेडमिक नेटवर्क, व्रज योजना, मिशन शोध गंगा तथा ऐसी ही कर्इ अन्य छात्रवृत्ति योजनाओं की जानकारी दी और उनसे इसका लाभ उठाने को कहा।
श्री रिजिजू ने बताया कि केआईपी 18 से 30 साल के आयु वर्ग के प्रवासी भारतीय युवाओं के लिए की गई। ऐसी पहल है जिससे वे अपनी मातृभूमि से जुड़ने की भावना महसूस कर सकें और देश में हो रहे बड़े बदलाव से प्रेरणा ले सकें। यह एक ऐसी पहल है जो उन्हें समकालीन भारत के विभिन्न पहलुओं के साथ ही देश की कला, विरासत और संस्कृति के भिन्न रूपों से भी जोड़ने का काम करेगी।
उन्होंने कहा कि भारत एक मात्र ऐसा देश है जिसके नाम पर एक महासागर का नाम रखा गया है। श्री रिजिजू ने कहा कि पर्वत श्रृंखलाओं से लेकर तटवर्ती क्षेत्रों तक और रेगिस्तान से लेकर विशाल कच्छ वन क्षेत्रों तक भारत एक असीम अनुभव प्रदान करता है। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे 15 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थिति दूरदराज के गांवों को देखने के लिए भी समय निकालें।
गृह राज्यमंत्री ने कहा कि अगला प्रवासी भारतीय दिवस जनवरी में वाराणसी में आयोजित किया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में प्रवासी भारतीयों को गणतंत्र दिवस के साथ ही कुंभ स्नान में हिस्सा लेने का भी मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने भारत को जानिए यात्रा पर आए युवाओं को भी प्रवासी भारतीय दिवस में शामिल होने का नेवता दिया है इसके साथ ही वृद्ध प्रवासी भारतीयों के लिए एक विशेष प्रवासी तीर्थयात्रा का आयोजन भी किया जा रहा है।
आंध्र प्रदेश सरकार के साथ मिलकर विदेश मंत्रालय ने 20 नवम्बर से 14 दिसम्बर तक 49वें भारत को जानिए कार्यक्रम का आयोजन किया है। इसका मुख्य उद्देश्य प्रवासी भारतीयों को देश के साथ जोड़ना है। इस यात्रा में शामिल प्रवासी भारतीय युवा आंध्र प्रदेश और दिल्ली का भ्रमण करने के साथ ही आगरा भी देखेंगे। इन युवाओं ने अपनी यात्रा के दौरान राज्य और केंद्र सरकार के कई अधिकारियों के साथ मुलाकात की और देश में हो रही प्रगति के बारे में जाना।
वर्ष 2004 से अब तक विदेश मंत्रालय ऐसी 48 यात्राएं आयोजित कर चुका है जिसमें 1612 प्रवासी भारतीय युवा हिस्सा ले चुके हैं। इस बार की यात्रा में ऐसे 40 प्रवासी भारतीय युवा शामिल हैं जिनमें 22 महिलाएं हैं।