नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्यूनस आयर्स में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 29 नवम्बर से एक दिसम्बर तक अर्जेंटीना की यात्रा करेंगे जिस दौरान वह चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और अन्य राष्ट्रों के नेताओं से मुलाकात करेंगे। यह जानकारी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को दी। विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि मोदी ईंधन के मूल्यों में अस्थिरता के खतरे को सबके समक्ष रखेंगे और आतंकवाद के वित्त पोषण तथा धनशोधन के मुद्दों को उठाएंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि डब्ल्यूटीओ को मजबूत करने के मुद्दे पर भी चर्चा होगी।
अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध के बीच यह बैठक हो रही है। गोखले ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि जी-20 में केवल व्यापार का मुद्दा नहीं छाया रहे ,चाहे यह दो देशों के बीच हो या अन्य के बीच।’’ उन्होंने कहा, ‘‘और दूसरी बात कि हम किस तरह से डब्ल्यूटीओ का सुधार कर सकते हैं जो भारत के हितों के अनुकूल हो। यह जी-20 बैठक का मुख्य मुद्दा होगा या निश्चित तौर पर जी-20 बैठक में भारत का रूख होगा।’’
रवाना होने से पहले जारी किए गए एक बयान में मोदी ने कहा कि 10 साल के अपने अस्तित्व में जी-20 स्थिर एवं सतत वैश्विक वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयासरत रहा है । उन्होंने कहा, “यह लक्ष्य विकासशील देशों और भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए खास तरह का महत्त्व रखता है जो आज विश्व में सबसे तेजी से बढ़ रही विशाल अर्थव्यवस्था है ।”