केंद्रीय भारी उद्योग एवं लोक उपक्रम मंत्रालय द्वारा हरियाणा में दो अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (आईकैट) विकसित किये गए
केन्द्रीय मंत्री ने किया ऑटो इंडस्ट्री के लिए विकसित की गई चार नई विश्व स्तरीय टैस्टिंग सुविधा
गुरुग्राम, 30 मई। केंद्रीय भारी उद्योग एवं लोक उपक्रम मंत्रालय द्वारा हरियाणा प्रदेश के जिला गुरुग्राम के आईएमटी मानेसर में ऑटोमेटिव तकनीक के दो अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (आईकैट) विकसित किए गए हैं जिन पर लगभग 1100 करोड़ रूपए की लागत आई है। आईकैट सैंटर-2 में ऑटो इंडस्ट्री के लिए विकसित की गई चार नई विश्व स्तरीय टैस्टिंग सुविधा का केंद्रीय भारी उद्योग एवं लोक उपक्रम मंत्री अनंत गीते ने उद्घाटन किया . इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आईएमटी मानेसर में विकसित किए गए आईकैट के दोनो सैंटरों में ऑटो मोबाईल इंडस्ट्री के लिए विभिन्न प्रकार की 16 टैस्टिंग सुविधा विकसित की जा रही जोकि विश्व स्तरीय हैं। उन्होंने कहा कि अब केवल टैस्ट टै्रक सुविधा विकसित की जानी है, जिसके बाद आईकैट मानेसर पूर्ण रूप से ऑटो मोबाईल इंडस्ट्री के लिए टैस्ंिटग सैंटर बन जाएगा और यहां पर ऑटो इंडस्ट्री को हर प्रकार की टैस्टिंग सुविधा उपलब्ध होगी।
8 एकड़ भूमि पर विकसित
उन्होंने कहा कि आईकैट मानेसर के सैंटर ऑटो मोबाईल उद्योग को बहुमूल्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। श्री गीते के अनुसार मानेसर में आईकैट सैंटर-1 लगभग 8 एकड़ भूमि पर विकसित किया गया हैं जहां पर टैस्टिंग की 10 अलग-अलग सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। इसी प्रकार, आईकैट सैंटर-2 को लगभग 46.6 एकड़ भूमि पर विकसित किया जा रहा है और इसमें 6 अलग-अलग टैस्टिंग सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यहां यह उल्लेखनीय है कि मानेसर में आईकैट सैंटर-1 का उद्घाटन भी श्री गीते द्वारा फरवरी-2016 में किया गया था। अब जिन चार नई टैस्टिंग सुविधाओं का उद्घाटन श्री गीते द्वारा आईकैट सैंटर-2 में किया गया है उनमें ‘शोर कंपन और कठोरता’ (एनवीएच) लैब, ‘विद्युत चुंबकीय संगतता’ (ईएमसी), निष्क्रिय सुरक्षा प्रयोगशाला (पीएसएल) जिसे कै्रश टैस्ट लैब भी कहा जाता है तथा टायर परीक्षण लैब शामिल हैं।
हरियाणा एक बड़ा ऑटो हब बन गया
श्री गीते ने इन चारों प्रयोगशालाओं का दौरा कर अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा मेक-इन-इंडिया का नारा दिया गया था जिसे सफल बनाने की ओर ऑटो उद्योग अग्रसर है। हरियाणा एक बड़ा ऑटो हब बन गया है और महाराष्ट्र मे पूणे तथा तमिलनाडू़ में चेन्नई देश के दूसरे ऑटो हब हैं। उन्होंने कहा कि आईएमटी मानेसर के आईकैट सैंटरों में ऑटो मोबाईल इंडस्ट्री के लिए सभी प्रकार की विश्व स्तरीय टैस्टिंग सुविधा उपलब्ध होगी, जबकि पहले छोटे-छोटे टैस्टों के लिए भी विदेश जाना पड़ता था। उन्होंने ऑटो मोबाईल इंडस्ट्री को इन सुविधाओं का भरपूर लाभ उठाने का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि भारत के उत्तर क्षेत्र में ऑटोमोटिव हब के लिए आईकैट मानेसर एक बड़ी सुविधा होगी जिसकी स्थापना नेशनल ऑटोमोटिव टैस्टिंग तथा आर एण्ड डी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजैक्ट (नैट्रिप) के तहत की गई है जिसके देश में 6 सैंटर हैं।
सैंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स के तहत टैस्टिंग के लिए अधिकृत
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा आईकैट सैंटर को देश में सैंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स के तहत टैस्टिंग के लिए अधिकृत किया गया। श्री गीते ने कहा कि यात्री वाहनों के क्षेत्र में आज विश्व में नए-नए प्रयोग हो रहे हैं जिसमें पर्यावरण, ईंधन की खपत तथा कीमत जैसे विषयों पर काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य ‘लो एमीशन से नो एमीशन’ तक पहुंंचना है। अभी हमें सीएनजी वाहनों से इलैक्ट्रिक वाहनों तक जाना है। यह सब नैट्रिप के माध्यम से हो रहा है। उन्होंने कहा कि ऑटो मोबाईल इंडस्ट्री को वाहन की सुरक्षा के साथ-साथ चालक और पैदल यात्रि की सुरक्षा के बारे में भी सोचना है। उन्होंने कहा कि ऑटो मोबाईल उद्योग को हर श्रेणी के उपभोगताओं की मांग को ध्यान में रखना है, कम कीमत के वाहनों से लेकर ऊंची कीमत के वाहनों तक का निर्माण करना है। आज भारत में सभी प्रकार के वाहनों का निर्माण हो रहा है इसलिए किसी को भी विदेश से गाड़ी आयात करने की जरूरत नहीं है। साथ ही श्री गीते ने कहा कि हमारे यहां कंपनियां बीएस-6 वाहन बना रही है जबकि अभी तक हम उनके लिए र्इंधन उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऑटो मोबाईल उद्योग आने वाली हर चुनौती को स्वीकारने के लिए तैयार है।
इस मौके पर भारी उद्योग मंत्रालय के संयुक्त सचिव विश्वजीत सहाय, सडक़ परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय के संयुक्त सचिव अभय दामले, मारूति सुजूकि इंडिया लिमिटिड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी कैनीची अयुकावा, नैट्रिप की मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा परियोजना निदेशक श्रीमति नीति सरकार, आईकैट के निदेशक दिनेश त्यागी सहित भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग से जुड़ी कई हस्तियां उपस्थित थी।