सोहना में आग से जल कर मरे नैन सिंह के परिवार को सांत्वना देने पहुंचे पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुडड़़ा

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 : गत 17 मई को सोहना में आग लगने से एक महिला सहित दो की मौत हो गई थी

: महिला को जलता देख उसे बचाने को गया था नैन सिंह और खुद भी जल गया

: हुडड़़ा ने नैन सिंह की बहादुरी की तारीफ करते कहा दूसरों की जान बचाने में अपनी जान हर कोई नहीं गवां सकता

: सरकार मृतक के परिवारों को सरकार नौकरी और मुआवजा दे: हुड्डा

 

यूनुस अलवी

 
मेवात :  गत 17 मई को सोहना के एक घर में लगी आग से महिला को बचाने के लिए जल्दी आग में कूदे नैन सिंह अपनी ही जान गवां बैठे। जिसके परिवार को सांत्वना देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिह हुड्डा और पूर्व परिवहन मंत्री आफताब अहमद नैन सिंह के पैत्रिक गांव इंडरी पहुंचे। उन्होने कांग्रेस पार्टी की ओर से पीडि़त परिवार की हर तरह की मदद करने का भरोसा दिया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने स्वर्गीय नैन सिंह की जमकर तारीफ करते हुऐ कहा कि नैन सिंह जैसा जजबा ही किसी में नहीं मिल सकता। उन्होने अपनी जान की परवाह किया बगैर दूसरों की जान बचााने के लिए जलती आग में कूद गया।
 
   हरियाणा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भुपेंद्र सिंह हुडड़़ा ने कहा कि उनकी सरकार जाने के बाद से फायर ब्रिगेड सुविधा प्रदेश में फैल जिसके कारण इतना बडा हादसा बन गया। अगर फायर ब्रिगेड सुविधा सही होती तो दोनों जानों को बचाया जा सकता था। बेहद अफ़सोस की बात है कि इतनी जरूरी जीवन बचाने वाली सुविधाएं भी इस भाजपा सरकार में समय पर नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर दोषियों पर कार्यवाई की मांग की व हादसे में मारे गए दोनों परिवारों के दोनों सदस्यों के लिए एक एक सरकारी नौकरी, उचित मुआवजा की मांग की है।
 
 बता दें कि 17 मई को नैन सिंह पुत्र जग्गू निवासी इंडरी सोहना में कारपेंटर का काम कर रहे थे, तभी वहीं पडोस में रवि मदान  के घर में आग लग गई। आग लगने की वजह से रवि मदान की बीवी, सुमन मदान और उनके दो बच्चे इस आग में फंस गए। देखते ही देखते सैकड़ों लोगों की भीड़ वहां जमा थी, इसी दौरान कारपेंटर नैन सिंह हिम्मत जुटाते हुए पीडि़त औरत और उनके दो बच्चों को बचाने आग में कूद पडा। पहले उन्होंने दोनों बच्चों को घर में से सुरक्षित बाहर निकाला, इसके बाद उन्होंने महिला सुमन मदान की चीखने चिल्लाने की आवाज सुनी। उनकी आवाज सुनकर नैनसिंह एक बार दोबारा घर के अंदर गए और महिला को बचाने का प्रयास किया लेकिन दुर्भाग्यवश वह महिला को नहीं बचा पाए और अपनी भी जान गवा बैठे।
 
   इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री के साथ, पूर्व मंत्री आफताब अहमद, पूर्व मंत्री धर्मबीर गाबा, जितेन्द्र भारद्वाज, पूर्व संासद प्रो रती राम, चक्रवर्ती शर्मा, पीसीसी सदस्य महताब अहमद व विरेंद्र सिंह बादशाहपुर, प्रवीण चेयरमैन, धर्मेंद्र इंडरी, कमल सिंह सरपंच इंडरी, उसमान सरपंच खानपुर सहित सैंकड़ों लोग मौजूद थे।

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