पुन्हाना इलाके में खुले आम हो रहा है अवैध खनन, प्रशासन मौन

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यूनुस अलवी

 
मेवात  :  पुन्हाना खंड के गांव तुसैनी, शाहचौखा, झिमरावट, गोधोला, रीठट, शहजादपुर आदि गावों में घडल्ले से दिन दहाडे अवैध खन्न हो रहा है। जहां पुलिस और प्रशासन मूंक बनकर सब कुछ देख रहा है वहीं गांव तुसैनी की महिला सरपंच ने गांव में हो रहे अवैध खन्न को रोकने के लिए मेवात के डीसी और एसपी को लिखित शिकायत भेज कर अवैध खन्न को रूकवाने की मांग की है।
 
   गांव तुसैनी की महिला सरपंच आरिफा ने बताया कि उनका गांव अरावली पहाड के नजदीक बसा हुआ है। सरकार ने अरावली पर्वत श्रंखला में खनन पर पाबंदी लगा रखी है। उसके बावजूद भी उनके गांव के कुछ दबंग लोग गांव के पहाड से अवैध खनन कर रहे हैं। अवैध खनन के रास्तों की पंचायत की तरफ से करीब चार बार खुदवाकर उन्होने इसे रोकने का प्रयास किया लेकिन अवैध खन्न माफियों की उच्च स्तर पर पकड होने और दबंगई के चलते वे उन रास्तों को रात के समय चालू कर देते हैं। इस बारे में उनहोने कई बार पुलिस विभाग से शिकायत की लेकिन कोई असर नहीं हुआ।
 
   उन्होने कहा है कि अवैध खन्न माफियों की शिकायत करने पर कई बार उनके पति के खिलाफ रेप आदि के मामले दर्ज कराऐ गऐ जो बाद में झूंठे साबित हुए। सरपंच का कहना है कि अवैध खन्न के चलते जहां पंचायत को बदनामी उठानी पड रही है वहीं सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। अरावली पहाड खत्म होता जा रहा है। उन्होने कहा कि अगर जल्द ही अवैध खनन पर रोक नहीं लगाई गई तो वह इस मामले को मजबूर होकर अदालत ले जाने को मजबूर होगी।
 
   आप को बता दें की सुप्रिम कोर्ट के आदेश पर अरावली पहाड में अवैध खन्न पर रोक लगी हुई है। इसके बावजूद भी अवैध खनन माफिया खुले आम ट्रेक्टरों में पत्थरों को भरकर पहाडे से चोरी कर दूसरे गांवों तक पहुचा रहे हैं। इस कमाई में खन्न माफियों के अलावा कई विभाग भी शामिल हैं।
 
क्या कहते हैं डीएसपी ? 
 
पुन्हाना के डीएसपी अशोक कुमार का कहना है कि माईनिंग सहित अन्य विभाग वाले खुद इसे रोकने की बजाऐ अपनी बेगार को पुलिस के सिर डाल देते हैं। उनका कहना है कि अगर सडक पर कोई पत्थरों से भरा ट्रेक्टर जा रहा है तो पुलिस उसका कमर्शियल में तो चालान कर सकती है बाकी अवैध खनन के लिए माईनिंग विभाग को ही लिखकर देता पडता है। 

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