रात के ढाई बाजे तीन गाड़ियों में आये थे एक दर्जन बदमाश
बमाशों की गाडी में एक महिला भी थी
दो फोर्चुनर और एक स्कार्पिओ में आये थे बदमाश
ऍफ़ आई आर दर्ज , पुलिस जांच में जुटी
गुरुग्राम : गुरुग्राम स्थित जिला जेल भोंडसी के जेल अधीक्षक पर कुछ अज्ञात बदमाशों द्वारा जानलेवा हमला करने की कोशिश का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस संबध में गुरुग्राम पुलिस द्वारा दर्ज एफ़ आई आर में कहा गया है जेलर जयकिशन छिल्लर की ह्त्या करने की नाकाम कोशिश हुयी. उनकी सुरक्षा में तैनात सी आर पी ऍफ़ के वार्डन की सूझबूझ से बदमाशों को उन तक पहुँचने से रोका गया और एक बड़ी आपराधिक घटना होने से बची. पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने तीन वाहनों में हथियार सहित आये सभी अपराधियों की तलाश सरगर्मी से शुरू कर दी है.
दर्ज ऍफ़ आई आर में जेल के फर्स्ट बैरियर पर तैनात सी आर पी ऍफ़ जे जवान राम मेहर सिंह ने बताया है कि मंगलवार रात्री लगभग 2.30 बजे तीन गाड़ियां जिसमें दो फोर्चुनर और एक स्कार्पिओ बैरियर पर आकर रुकी. इसमे फ्रंट सीट पर एक महिला बैठी थी जबकि ड्राईवर कला चस्मा अपहने हुए मुर्की पहने हुए था. बीच की सीट पर तीन आदमी जबकि पीछे की सीट तीन तगड़े बौंसर की तरह के व्यक्ति बैठे. दी काले सफारी सूट में थे जबकि पीछे वाले फोर्चुनर औए सकार्पियो में भी कई लोग बैठे थे. गाडी में बैठे लोगों ने जेलर छिल्लर से मिलने की बात की. सिपाही ने उनसे कहा कि रात के ढाई बाजे मिलने का समय नहीं है लेकिन उन लोगों ने जबरन अन्दर जाने की कोशिश की. सिपाहीं ने जब उनसे मोबाइल पर बात करवाने की बात की तो अपराधियों ने कहा की वे मोबाइल घर पर भूल आये हैं.
शिकायतकर्ता सिपाही ने आगे बताया कि जब वे जेलर से इण्टरकॉम से बात करने की कोशिश करने लगे तो उन लोगों ने उन्हें वापस बुलाकर अन्दर जाने के लिए रिश्वत देने की कोशिश की. लेकिन सिपाही ने पैसे लेने से मना कर दिया . तभी गाड़ियों से उतर कर सभी 10 -12 लोग उनके पास आने लगे इस पर सिपाहीं ने इण्टरकॉम उठाकर बदमाशों को डराने के लिए कहा कि सुरक्षा कर्मियों को भेज दो. इस पर बदमाश सिपाही पर भड़क गए और गालो गलौच करते व अपने हथियारों को लहराते हुए जेलर छिल्लर को जान से मारने की धमकी देते हुए भाग खड़े हुए.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि भोंडसी जेल के अधीक्षक पर जानलेवा हमले की कोशिश का यह पहला मामला है. इसको लेकर जेल प्रशासन व गुरुग्राम पुलिस में हडकंप मचा हुआ है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया है औए समझा जाता है कि इस घटना की जांच भी जल्दी ही नव गठित एस आई टी को दी जा सकती है.
उल्लेखनीय है कि भोंडसी जेल में कई खूंखार आपराधिक गिरोहीं के सरगना व उनके गुर्गे भी बंद है. हाल ही में कई बार जेल में गुरुग्राम पुलिस ने छापे भी मारे हैं और उनके पास से मोबाइल भी बरामद किये हैं. इससे अपराधियों को उनकी आपराधिक गतिविधियाँ चलाने में दिक्कतें आर रहीं हैं. अब महत्वपूर्ण मामले किओ जांच एस आई टी को दिए जाने से उन पर शिकंजा और कसने लगा है.