– नगर निगम गुरूग्राम द्वारा शहर में बनाए गए हैं 10 रैन-बसेरे
– सुबह के समय चाय, ब्रैड तथा बिस्किट की भी रहेगी व्यवस्था
– लोगों से अपील-कंबल की लालच में खुले में ना सोएं
– सामाजिक संस्थाएं रैन-बसेरों में या आसपास ही बांटें कंबल
गुरूग्राम, 10 जनवरी। नगर निगम गुरूग्राम की डिप्टी मेयर सुनीता यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि रैन-बसेरों में रूकने वाले लोगों को रात्रि के समय भोजन भी उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके साथ ही सुबह के समय चाय, ब्रैड तथा बिस्किट भी दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि लगभग 200 लोग प्रतिदिन रैन-बसेरों का लाभ उठा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि नगर निगम गुरूग्राम द्वारा सामाजिक संस्थाओं एवं सामाजिक व्यक्तियों के सहयोग से अब रैन-बसेरों में रूकने वाले लोगों को रात्रि का भोजन भी दिया जाएगा। यह सुविधा रात 9 बजे से 10 बजे तक रहेगी। उन्होंने बताया कि भोजन स्वच्छ तथा अच्छा होगा। इसके साथ ही सुबह 6 बजे चाय के साथ ब्रैड और बिस्टिक भी नाश्ते के रूप में दिए जाएंगे। उन्होंने गुरूग्राम के बेघर लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे कंबल मिलने के लालच में कडक़ड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे ना सोएं। साथ ही उन्होंने सामाजिक संस्थाओं और कंबल का दान करने वालों से भी आग्रह किया कि वे रैन-बसेरों या उसके आसपास जाकर ही कंबल बांटें, ताकि अधिक से अधिक लोग रैन-बसेरों का लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि नगर निगम गुरूग्राम द्वारा 10 रैन-बसेरे संचालित किए जा रहे हैं और लोगों के रूकने की व्यापक व्यवस्था है।
यहां संचालित किए जा रहे हैं रैन-बसेरे : श्रीमती सुनीता यादव ने बताया कि नगर निगम गुरूग्राम द्वारा भीमनगर फायर स्टेशन के पीछे स्थाई रैन-बसेरा संचालित किया जा रहा है। इसके साथ ही शीतला माता मंदिर तथा गांव कन्हैयी स्थित सामुदायिक केन्द्र में भी स्थाई रैन-बसेरे हैं। इनके अलावा, राजीव चौक, इफ्को चौक, बसई चौक, रेलवे स्टेशन के पास, वाटिका चौक, जिला रैडक्रॉस सोसायटी कार्यालय चंदननगर तथा महावीर चौक पुलिस लाईन गेट के पास पोर्टा केबिन रैन-बसेरे संचालित किए जा रहे हैं। इन रैन-बसेरों में रजाई-गद्दों की व्यापक व्यवस्था है तथा कोई भी व्यक्ति जिसके पास रात्रि में सोने की व्यवस्था नहीं है, वह इन रैन-बसेरों में जा सकता है।
उन्होंने कहा कि गुरूग्राम में प्रतिदिन काफी संख्या में लोग रोजी-रोटी की तलाश में तथा अन्य कार्यों के लिए आते हैं। उन्हें रात्रि में रूकना भी पड़ता है। ऐसे में नगर निगम का प्रयास है कि कोई भी व्यक्ति रात्रि के समय कडक़ड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे सोने पर मजबूर ना हो। बेघर लोगों की सुविधा के लिए अलग-अलग जगहों पर 10 रैन-बसेरे बनाए गए हैं। उन्होंने आमजन से भी आग्रह किया कि अगर रात के समय कोई व्यक्ति खुले आसमान के नीचे सोता हुआ मिले तो उसे नजदीकी रैन-बसेरे के बारे में अवगत करवाएं।