स्वर्ण जयंती समारोह के समापन अवसर पर हरियाणावासियों से स्वच्छता अपनाने की अपील
चण्डीगढ़, 31 अक्तूबर : भारत के उप-राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने आज हरियाणा स्वर्ण जयंती समारोह के समापन अवसर पर हरियाणा सरकार द्वारा विकास और लोकहित में की जा रही विभिन्न योजनाओं व परियोजनाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य के सभी गांवों तथा शहरों को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान को हरियाणा सरकार और हरियाणावासी पूर्ण रूप से अपने जीवन का अभियान बनाएंगे, ताकि स्वच्छ हरियाणा देश के दूसरे राज्यों के लिए प्रेरणा स्रोत बन सके।
वे आज हिसार में हरियाणा स्वर्ण जयंती समारोह के समापन समारोह के अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित अन्य मंत्रिगण, सांसदगण, विधायकगण इत्यादि उपस्थित थे।
श्री नायडू ने कहा कि उन्हें यह जानकर हर्ष हो रहा है कि हरियाणा सरकार ने गीता की धरोहर को संजो कर रखा है। राज्य सरकार वार्षिक गीता महोत्सव आयोजित करती रही है और मुझे ज्ञात हुआ है कि इस वर्ष 25 नवंबर को भारत के राष्ट्रपति कुरुक्षेत्र के गीता महोत्सव का शुभारंभ करेंगे और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में गीता पर एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन भी करेंगे। उन्होंने कहा कि गीता पर आधारित इन आयोजनों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति बढ़ी है। इस वर्ष मारीशस को गीता महोत्सव में भागीदार के रूप में चुना गया है। भारतीय मूल के लोगों को भावनात्मक रूप से अपने पूर्वजों की इस पवित्र भूमि से जोडऩे का अवसर प्रदान करने के लिए यह एक सराहनीय कदम है।
उन्होंने कहा कि महाभारत में इस भूमि का वर्णन बहुधान्यक या बहुधन के रूप में किया गया है। गत 50 वर्षों में हरियाणा के कर्मयोगी नागरिकों, किसानों, और उद्यमियों ने राज्य के बहुधान्यक नाम को साकार किया है। आप सभी के सामूहिक प्रयासों के परिणामस्वरूप आज हरियाणा केंद्रीय अन्न भंडार में योगदान देने वाला दूसरा बड़ा राज्य है।
उन्होंने अत्यंत प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार विकास के लिए सराहनीय प्रयास कर रही है। हरियाणा की साक्षरता दर बढक़र 76.6 प्रतिशत तक पहुँच गई है। हरियाणा की प्रति व्यक्ति की आय भी बढ़ी है। परंपरागत रूप से हरियाणा को कृषि तथा दूध उत्पादों के लिए जाना जाता है। राज्य सरकार इस पारंपरिक व्यवसाय को वैज्ञानिक तथा आधुनिक रूप से प्रोत्साहित कर रही है। इन प्रयासों से हरियाणा का खाद्यान्न उत्पादन 1966 की तुलना में लगभग 7 गुना बढ़ा है। हरियाणा के लिए यह गौरव की बात है कि देश की भूमि का मात्र 1.5 प्रतिशत होने के बावजूद वह देश के अन्न भंडार में 15 प्रतिशत का वार्षिक योगदान देता है।
श्री नायडू ने कहा कि राज्य सरकार ने अनाज, दलहन और तिलहन का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया है जिसका सीधा लाभ हमारे मेहनती किसानों को हो रहा है। आज के सूचना और प्रौद्योगिकी के युग में यह अनिवार्य हो गया है कि हम इस आधुनिक तकनीक का भरपूर लाभ उठाएं। उन्हें खुशी हो रही है कि हरियाणा सरकार ने किसानों को उनके उत्पाद की बिक्री के लिए ई-मार्किट की सुविधा प्रदान की है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस विषय में किसानों को जानकारी देने के लिए एक व्यापक अभियान चलाएगी जो कि उनके लिए लाभकारी होगा।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि आईटी के क्षेत्र में हरियाणा की उपलब्धियों से पूरा देश परिचित है और उन्हें इस बात पर गर्व है कि सौ से भी अधिक फाच्र्यून 500 कंपनियाँ हरियाणा में उपस्थित हैं। हरियाणा के आईटी संबंधित निर्यात ने भारत को आईटी महाशक्ति के रूप में उभरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुझे प्रसन्नता है कि हरियाणा में पंचायत स्तर पर भी आईटी का प्रयोग बढ़ रहा है। इससे पंचायतों के कार्यकलाप में पारदर्शिता आयेगी। ई-पंचायत के माध्यम से सरकारी कार्यक्रम सुचारू रूप से लागू करने में सहायता मिलेगी। प्रदेश ने बड़े पैमाने पर डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को लागू किया है। लगभग 200 सेवाएँ सेवा के अधिकार अधिनियम के तहत लाई गई हैं। 100 से भी अधिक ई-सेवाएँ प्रारंभ की गई हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न सेवाओं और सुविधाओं का कंप्यूटरीकरण किया गया है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि ये सभी कदम हरियाणा सरकार को अपने नागरिकों को सुशासन प्रदान करने में सहायक सिद्ध होंगे।
उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि राज्य के दो जिलों करनाल तथा फरीदाबाद को केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत चुना है। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार अपने संसाधनों से गुरुग्राम को भी स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित कर रही है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि इन जिलों का स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत विकास हरियाणा के अन्य जिलों को भी इस योजना का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करेगा।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि राज्य में शिक्षा, विशेषकर महिलाओं की शिक्षा तथा तकनीकी शिक्षा के लिए सराहनीय प्रयास किये जा रहे हैं। स्कूली शिक्षा को व्यावसायिक शिक्षा से जोड़ा जा रहा है। मेक इन हरियाणा-मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसके तहत कौशल विकास और उच्च व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने के लिए विश्व स्तरीय शिक्षण संस्थानों की स्थापना प्रशंसनीय कदम है। उन्होंने आशा करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस बात को सुनिश्चित करेगी कि इन संस्थानों से निकले विद्यार्थी स्वरोजगार स्थापित कर सकें या पर्याप्त रोजगार पा सकें।
श्री नायडू ने कहा कि उन्हें ज्ञात हुआ है कि राज्य सरकार ने सक्षम युवा योजना के तहत लगभग 20 हजार ग्रेजुएट युवाओं को विभिन्न विभागों से जोड़ा है जिसके अन्तर्गत प्रति माह 100 घंटों का रोजगार इन युवाओं को उपलब्ध कराया जाता है। प्रदेश में कौशल प्राप्त युवाओं को रोजगार देने के लिए आवश्यक है कि निवेश और व्यवसाय करना आसान बनाया जाए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में हरियाणा व्यवसाय करने की सरलता सूची में पाँचवें स्थान पर था। इस वर्ष आपका लक्ष्य दूसरे स्थान तक पहुँचने का है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि इस दिशा में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से हरियाणा अपने लक्ष्य तक पहुँचने में सफल होगा।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में हरियाणा का प्रयास अनुसरणीय रहा है और उन्हें यह जानकर भी खुशी है कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत शिक्षण संस्थाओं में ग्रेजुएशन तक की शिक्षा नि:शुल्क कर दी गई है। महिलाओं के कौशल विकास के लिए यूएनडीपी के साथ भी समझौता किया गया है। महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से महिला बस सेवा तथा महिला पुलिस थानों जैसे कदमों से समाज में महिलाओं की सुरक्षा के प्रति नई जागरूकता पैदा हुई है।
उन्होंने कहा कि इस अवसर पर वे हरियाणा की महिलाओं का भी अभिनंदन करना चाहते हैं जिन्होंने बड़ी विषम परिस्थितियों का सामना करके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों विशेषकर खेल जगत में अनुकरणीय उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं। उन्होंने हरियाणा वासियों के राष्ट्र निर्माण में योगदान की बात करते हुए कहा कि हरियाणा के जवानों की राष्ट्रीय सुरक्षा में अदा की जा रही भूमिका की उपेक्षा नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि हरियाणा में हरियाली आए, जन जीवन में खुशहाली बढ़े, अन्त्योदय के सिद्धांत को अपनाते हुए सरकार गरीबों के जीवन में सुधार लाए। स्वच्छ वायु, स्वच्छ जल सबको मिले। हरियाणा सरकार प्राकृतिक संपदा को परिरक्षित करे। कृषि और व्यवसाय को बढ़ावा दे। यह कर्म भूमि सारे देश को कुशलता और कर्मठता का संदेश दे। स्वच्छ हरियाणा, समद्ध हरियाणा का सपना साकार हो। यही मेरी आकांक्षा है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा की स्थापना के पचास साल पूरे होने के अवसर पर पिछले एक साल के दौरान आयोजित किए गए स्वर्ण जयंती समारोह का आज समापन हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस सुअवसर पर वे राज्य के सभी नागरिकों को उनके सुखमय भविष्य की शुभकामनाएं देते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक तथा भौतिक खुशहाली से पूरा देश परिचित है। प्राचीन युग से लेकर वर्तमान तक इस भूमि का एक सतत् और गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। यह धर्म क्षेत्र है, कर्म क्षेत्र है। इस पुण्य भूमि ने ही भगवद्गीता का अनमोल उपहार विश्व को प्रदान किया है।
उन्होंने कहा कि वे पहले हिन्दी का ज्ञान नहीं रखते थे क्योंकि वे दक्षिण भारत से संबंध रखते हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत में उस समय हिन्दी विरोध आंदोलन चल रहा था, परंतु उन्होंने जाना कि हिन्दी के बिना हिन्दुस्तान का विकास नहीं हो सकता है, इसलिए उन्होंने उपस्थित जनसमूह से अपील करते हुए कहा कि वे अपनी नौजवान पीढ़ी और अपने बच्चों को हिन्दी, साहित्य, हिंदुत्व और अपनी विरासत की जानकारी दें ताकि देश अपनी इस विरासत को संजोए रखे। उन्होंने कहा कि हरियाणा अभूतपूर्व तरक्की व विकास कर रहा है और हरियाणा के खिलाडिय़ों ने देश का नाम अंतर्राष्ट्रीय खेलों में रौशन किया है। उन्होंने हरियाणा के युवाओं से अपील करते हुए कहा कि विकास व तरक्की के लिए लगातार मेहनत जरूरी है इसलिए आप मेहनत करते रहें।
इससे पूर्व, हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा दिए गए उद्बोधन की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज हरियाणा के मुख्यमंत्री ने इस ऐतिहासिक अवसर पर बहुत ही अच्छी घोषणाएं की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने हरियाणा के विकास की नई नींव डालने का काम किया है। उन्होंने उपस्थित लोगों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि हरियाणा एक-हरियाणावी एक की अवधारणा के तहत हमें आगे बढऩा चाहिए ताकि हरियाणा राज्य को विकास की दृष्टिï से और अधिक चमकाया जा सके। उन्होंने लौहपुरूष सरदार बल्लभभाई पटेल को याद करते हुए कहा कि आज पूरा देश उन्हें याद कर रहा है और देशभर में मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया तथा इसी कड़ी में हरियाणा के विभिन्न जिलों में भी इस मैराथन दौड़ का आयोजन हुआ।
उन्होंने कहा कि हम पांच साल के बाद भारत की आजादी का 75वां वर्ष मनाएंगे और तब तक 6 बुराइयों को समाप्त करने का लक्ष्य है जिसमें गंदगी, गरीबी, भ्रष्टाचार, हिंसा, जातिवाद और साम्प्रदायिकता शामिल है। उन्होंने उपराष्ट्रपति को आश्वासन देते हुए कहा कि इन बुराइयों को दूर करने में हरियाणा भी पीछे नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हम नव-भारत बनाएंगे, ठीक उसी प्रकार से नव-हरियाणा का निर्माण भी किया जाएगा। उन्होंने युवाओं आह्वïान करते हुए कहा कि वे यहां से संकल्प लेकर जाएं कि वर्ष 2047 तक भारत को जगत गुरु के रूप में चमकाने का काम करेंगे।