स्वयं सहायता समूहों के ऋण का ब्याज सरकार देगी : मनोहर लाल

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सहायता समूह में काम कर रही महिलाओं का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन

धनखड़ बोले : उत्पादों को ब्रांड बनाकर करेंगे प्रमोशन

स्वयं सहायता समूहों का सालाना टर्नओवर पांच हजार करोड़ करने का लक्ष्य 

स्वयं सहायता समूहों के ऋण का ब्याज सरकार देगी : मनोहर लाल 2भिवानी, 07 अक्टूबर।  राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह में काम कर रही महिलाओं के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन में हजारों महिलाओं के बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वयं सहायता समूहों के ऋण का ब्याज, सरकार द्वारा जमा करने की घोषणा की. दूसरी तरफ पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड ने स्वयं सहायता समूह के उत्पाद के लिए बाजार में नया ब्रांड लाने की घोषणा की। उनके अनुसार ब्रांड के आने से बाजार में स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद और अधिक लोकप्रिय होगें। इस ब्रांड का प्रमोशन ग्रामीण विकास विभाग द्वारा की जाएगी। 

स्थानीय भीम स्टेडियम में तीन दिवसीय हरियाणा स्वर्ण जयंती समारोह का उदघाटन करने के बाद प्रदेश भर से आई स्वयं सहायता समूह की हजारों महिला कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गांवों में काम करने वालें स्वयं सहायता समूहों के बैंक ऋण का ब्याज अब सरकार चुकाएगी। यह ब्याज सरकार तब तक भरेगी, जब तक कि समूह की प्रति सदस्य आय एक लाख रूपए सालाना नहीं हो जाती।

 मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए संकल्प से सिद्धि की ओर सूत्र का अनुकरण करते हुए सामाजिक आर्थिक विकास को गति प्रदान करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। उन्होंने उपस्थित महिला सदस्योंं को वर्ष 2022 तक एक नए भारत का निर्माण करते हुए गरीबी दूर करने, स्वच्छता, भ्रष्टाचार व आतंकवाद से मुक्त वातावरण बनाने, संप्रदायवाद, जातिवाद को दूर करते हुए हर गांव में स्वयं सहायता समूह बनाने और हर युवा को कौशल प्रदान करने का संकल्प करवाया। मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि महिला कार्यकर्ता तन और मन से इस संकल्प को पूरा करें। 

मनोहर लाल ने घोषणा की कि प्रत्येक जिले में हर साल वार्षिक आय के आधार पर प्रथम तीन समूहों को एक लाख, पचास हजार व पच्चीस हजार रूपये का पुरस्कार दिया जाएगा। इन समूहों के प्रति सदस्य की आय के अनुसार ईनाम दिए जाएंगे। 

उन्होंने कहा कि दीन दयाल ग्रामीण कौशल विकास योजना के तहत स्वयं सहायता समूह की 26 हजार कार्यकर्ताओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण दिया गया है। सरकार का प्रयास है कि अगले दो वर्षों में प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं की संख्या एक लाख पहुंच जाएं। प्रदेश में कौशल विकास को प्रोत्साहन देते हुए दो लाख युवाओं को विश्वविद्यालय के माध्यम से किसी न किसी व्यवसाय या रोजगार से संबंधित प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा। सरकार ने विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए नई औद्योगिक नीति लागू की, जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश में साठ हजार करोड़ रूपये का निवेश किया गया और इनमें एक लाख युवाओं को रोजगार मिला है।

इस अवसर पर कृषि, पंचायत एवं विकास मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह नौकरों का नहीं, मालिकों का सम्मेलन है। इनका व्यवसाय भले ही आर्थिक दृष्टि से छोटा हो मगर इन महिलाओं की इच्छाशक्ति और हौसले बुलंद है। इन हौसलों को देखते हुए हमने यह तय किया है कि इनके उत्पादों को एक ब्राण्ड बना कर उसकी प्रमोशन सरकार करेंगी। सरकार का यह प्रयास है कि आने वाले पांच सालों में स्वयं सहायता समूहों का टर्नओवर अब जहां 130 करोड़ रूपये है, वह पांच हजार करोड़ रूपये सालाना तक पहुंच जाए। उन्होंने कहा कि सरकार स्वयं सहायता समूह को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए संकल्पबद्ध है। सरकार की कोशिश है कि स्वयं सहायता समूह के प्रत्येक सदस्य की आय एक लाख रूपये वार्षिक होनी चाहिए। इससे गांवों में बेरोजगारी खत्म होगी और लोगों का रूझान स्वरोजगार की ओर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि हम छ: लाख परिवारों को इस मिशन के द्वारा जोडऩे का प्रयास कर रहे हैं और उम्मीद है कि यह संकल्प सिद्धि की ओर अग्रसर होगा। 

स्वयं सहायता समूह के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन में पंचायत एवं विकास मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि इन समूहों द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को लोकप्रिय बनाने के लिए हरियाणा में नया ब्रांड पंजीकृत किया जाएगा। धनखड ने कहा कि हम विजन पांच साल लेकर काम कर रहे हैं और हमारा लक्ष्य इन स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक तौर पर मजबूत किया जाना है। इन समूहों का सालाना टर्न ओवर पांच हजार करोड़ करने के लिए इन समूहों के उत्पाद के लिये बाजार उपलब्ध करेंगे और इनके उत्पाद की विभाग ब्रांडिंग करेंगे।
 

पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि इस आजीविका मिशन के तहत पांच आधार ऐसे है , जिनसे ये स्वयं सहायता समूह आर्थिक रूप से मजबूत और टिकाऊ बनेगें। उन्होंने कहा हर महिला के लिए शिक्षा, समूह का समर्थ एवं संपन्न होना, स्वच्छता, पौधारोपण, आजीविका का स्थाई साधन इसके माध्यम हो सकते है। उन्होंने कहा कि इससे हरियाणा विकसित होगा और इन महिलाओं का उसमें अहम योगदान होगा। 

 पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि जब भी समाज ने या किसी व्यक्ति ने अपने जीवन में संकल्प लिया है तो उसे पूरा करके भी दिखाया है। उदाहरण के तौर पर 9 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी के आह्वान पर देश में अंग्रेजों भारत छोड़ो का संकल्प लिया था और 15 अगस्त, 1947 को यह पूरा हुआ। हम भी आज यह संकल्प लेते है कि अगले पांच सालों में स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक रूप से सम्पन्न और आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।  इस अवसर पर मुख्यमंत्री व पंचायत मंत्री ने स्वयं सहायता समूहो की ओर से लगाई गई स्टॉल व उनके उत्पादों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने झज्जर जिले के गांव बधानी से आए स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए गए बाजरे के बिस्कुट व लड्डू का स्वाद भी चखा। 

 समारोह में पंचायत एवं विकास विभाग के प्रधान सचिव अनुराग रस्तोगी, पंचायत विकास विभाग के  निदेशक अशोक मीणा, स्वयं सहायता समूह के स्टेट कोॢडनेटर रमेश कृ ष्णन ने विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों व योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। ग्रामीण आजीविका मिशन पर आधारित एक लघु फिल्म भी समारोह में दिखाई गई। इस मौके पर जन स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बनवारी लाल, सांसद धर्मबीर सिंह, भिवानी के विधायक घनश्यामदास सर्राफ, बवानीखेड़ा के विधायक बिशम्भर बाल्मिकी, बाढड़ा के विधायक सुखविंद्र सिंह, पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन ऋषिप्रकाश शर्मा, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष जेपी दलाल,  भाजपा जिला अध्यक्ष नंदराम धानिया, जिला परिषद़ चेयरमैन रमेश ओला, नगरपरिषद् चेयरमैन रणसिंह यादव, मुकेश गौड़, मीना परमार, शंकर धूपड़, ताराचंद अग्रवाल, ठाकुर विक्रम सिंह, रविन्द्र बापौड़ा, बबीता तंवर, जगदीश मित्ताथल, सुंदर अत्री, धीरज सैनी, सोनू सैनी, कपूर बाल्मिकी, राजकुमार धनखड़, कमल फोजी,ग्रवित के स्टेट कोर्डिनेटर राजीव कटारिया,  रोहतक मण्डल के आयुक्त चंद्रप्रकाश, उपायुक्त अंशज सिंह, पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भौरिया, अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. संगीता तेतरवाल, एसडीएम सतीश कुमार, नगराधीश महेश कुमार सहित अनेक अधिकारी व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। 
    

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