सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया की हर जिले में एक नोडल पुलिस अधिकारी नियुक्त किये जाए

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यूनुस अलवी

मेवात : गोरक्षको पर नकेल कसने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा हर जिले में एक नोडल पुलिस अधिकारी नियुक्त किये जाने के आदेश से मेवात व्यपारियो में ख़ुर्शी की लहर है। व्यपारियो ने कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हुऐ कहा कि इससे उनकी सुरक्षा ही नही बढ़ेगी बल्कि वो अपने पशुओं को आसानी से कही भी खरीद फरोख्त कर सकेंगे। मेवात ज़िला के गांव जयसिंहपुर निवासी पहलू की राजस्थान के बहरोड़ में घर के लिए जयपुर से दूध की गाय लाते समय तथाकथित गोरक्षको ने हत्या कर दी गई थी। उसके बाद से हो मेवात के अधिकतर व्यपारियो ने राजस्थान में पशु खरीदने के लिए जाना ही छोड़ दिया था। अभी तक पहलू का परिवार उस सदमे से उभर नही पाया है।

पहलू के बेटे इरशाद का कहना है कि घटना को घटे काफी दिन भले ही हो गए हो लेकिन जिस निर्मम तरीक़े से उसके पिता की हत्या की गई थी वो घटना याद आने पर आज भी उनको रात भर सोने तक नही देती है। इरशाद का कहना है कि वो कानूनी तरीके से जयपुर पशु मेले से दूध की गाय घर के लिए खरीदकर ला रहे थे। उनके पास सारे गगजात भी मौजूद थे। तथाकथित गोरक्षकों को उन्होंने मेले के गगजात भी दिखाए लेने उनके ऊपर तो अलग ही किस्म का भूत सवार था। जिसकी वजह से उन्होंने उनकी कोई बात सुने कागजात फाड़ दिए और उनकी जमकर पिटाई की। इतना ही नही मेरे पिता पहलू की उपचार के दौरान मौत हो गई। आरोपितों ने उनके सारे पशु ओर पैसे छीन लिए। उसके बाद राजस्थान की ओर उनका दिन जाने को ही मन नही करता और एक डर बेथ गया है। इरशाद का कहना है कि पिता की हत्या करने के बावजूद हमारे ऊपर ही झूठा गो तस्करी का मामला दर्ज कर दिया।

 कुरेशी समाज के प्रधान सलामुद्दीन कुरैशी ने बताया कि पहलू की हत्या के बाद मेवात के व्यपारियो में एक दहशत बेठ गई थी व्यापारियों ने दुधारू गाय तो दूर भैंस पड्डा लाने भी छोड़ दिये है। उनका कहना है कि सुप्रिम कोर्ट ने हर जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त करने के जो आदेश दिये है बहुत ही बहतरीन फैसला है। इससे ना फ़र्ज़ी गोरक्षकों पर नकेल कसी जा सकेगी बल्कि कोई घटना होने पर व्यापारी अपनो समस्या को नॉडल अधिकारी के पास रख सकेंगे।

    मेवात विकास सभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष उमर मोहम्मद पाडला का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने हर जिले में जो पुलिस का नॉडल अधिकारी नियुक्त करने के आदेश दिए है वो स्वागत योग्य है। नोडल अधिकारियों की नियुक्ति से जहा पहलू जैसे हत्या कांडों पर रोक लग सकेगी वही व्यापारी या कोई भी आदमी अपने घर के लिए दुधारू गाय ला सकेगा। उन्होंने कहा कि मेवात इलाके में सदियों से गोपालन किया जाता है आज भी मेवात के हर गांव में करीब 70 हजार गाय मौजूद है। मेवात में बेटियों को दहेज ओर छुछक में गाय दान करने की रिवाज है। पहलू हत्या कांड के बाद तो लोगों ने गायों को दान में ही देना बंद कर दिया था लेकिन अब नॉडल अधिकारी नियुक्त होने से काफी फायदा होगा।

   जीव जंतु कल्याण बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य मोहन सिंह अहलूवालिया ने बताया कि उनके बोर्ड ने तो पहलू हत्या कांड के बाद ही देश के सभी जिलों में नॉडल अधिकारी नियुक्त करने के आदेश जारी कर दिए थे अब सुप्रीम कोर्ट ने उनके बोर्ड के आदेशों पर पक्की मोहर लगा दी है जो अदालत का एक ऐतिहासिक फैसला है जिनका वो स्वगत करते है।

   मेवात पुलिस कप्तान नाज़नीन भसीन ने कहा कि अदालत का आदेश मिलते ही वो मेवात ज़िला में नॉडल अधिकारी नियुक्त करने की करवाई शुरू कर देंगी

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