: शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने पोलैंड में परिवहन व्यवस्था का लिया जायजा
: गुरूग्राम में वाहनों के दबाव से निपटने के लिए चलाई जाएंगी बिजली चालित बसें
चंडीगढ। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने कहा है कि पोलैंड की तर्ज पर हरियाणा सरकार वैश्विक मंच पर बडी पहचान रखने वाले गुरूग्राम में पर्यावरण अनुकूल परिवहन व्यवस्था स्थापित करेगी। इसमें पहले चरण में 75 से 100 बिजली चालित बसों का संचालन किया जाएगा। दस साल के संचालन में प्रत्येक बस सवा चार लाख लीटर डीजल बचाते हुए 1150 टन कार्बन उत्जर्सन रोकते हुए पर्यावरण को बेहतर बनाने में मददगार होगी और नागरिकों के लिए भरोसेमंद सार्वजनिक परिवहन की मिसाल बनेंगी।
मंगलवार को पोलैंड के शहर पोजनान में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन की अगुवाई में हरियाणा के प्रतिनिधिमंडल ने यूरोप की सबसे बडी बिजली बस निर्माता कंपनी और जेबीएम गु्रप के संयुक्त उद्यम जेबीएम सोलारिस इलेक्ट्रिक व्हीकल्स लिमिटेड के संयंत्र का दौरा करते हुए पोलैंड के सार्वजनिक परिवहन में अप्रत्याशित बदलाव लाने वाली बिजली चालित बसों का अवलोकन किया। जेबीएम गु्रप के कार्यकारी निदेशक एवं कन्फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री के हरियाणा चैप्टन के चेयरमैन निशांत आर्य व डॉ. डारिज्शु मिहालक ने शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन, शहरी स्थानीय निकाय के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण, निदेशक शेखर विद्यार्थी, मुख्य अभियंता ओपी गोयल, अधीक्षक अभियंता नगर निगम सोनीपत टीएल शर्मा को संयंत्र में बिजली चालित बसों के निर्माण संबंधी तथा सार्वजनिक परिवहन में उनके संचालन को लेकर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जेबीएम पदाधिकारियों ने दौरे के दौरान बताया कि बिजली चालित बस आवाज और प्रदूषण मुक्त है। इसके संचालन में गैस अथवा तेल की जरूरत नहीं पडेगी, जिससे हरित परिवहन को बढावा दिया जाएगा।
दौरे के दौरान शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने बताया कि भारत में बिजली चालित वाहनों के संचालन को लेकर केंद्र एवं राज्य सरकार गंभीर है। वैश्विक स्तर पर भी बेहतर बुनियादी ढांचे, आवासीय, वाणिज्यिक, सार्वजनिक क्षेत्र की उपयोगी सेवाओं में गुरूग्राम में तेजी अपना स्थान बनाया है। दिल्ली एनसीआर में अहम तथा व्यापारिक एवं सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण गुरूग्राम में भरोसेमंद सार्वजनिक परिवहन प्रणाली तैयार की जाएगी। इसके लिए पहले चरण में गुरूग्राम में 75 से 100 बिजली चालित बसें चलाई जाएंगी। यह बसें न केवल सडक पर वाहनों के दबाव को कम करेंगी, अपितु कार्बन उत्सर्जन में कमी लाएगी।
मंत्री कविता जैन ने बताया कि सामान्य बस के मुकाबले एक बिजली चालित बस अपने संचालन के 10 साल की अवधि में 4 लाख 20 हजार लीटर डीजल की खपत में कटौती करेगी, जिससे गुरूग्राम के सार्वजनिक परिवहन को पर्यावरण अनुकूल बनाने में मदद मिलेगी। इन बसों के संचालन से गुरूग्राम में औसतन 50 हजार नागरिकों को दैनिक आधार पर बेहतर सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था मिलेगी। इस दिशा में गुरूग्राम मैट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथारिटी, नगर निगम गुरूग्राम तथा एचएसआईआईडीसी क्रमश: 50, 40 एवं 10 प्रतिशत के अनुपात में खर्च वहन करेंगी। मंत्री कविता जैन ने कहा कि वर्ष 2030 तक प्रदेश ही नहीं अपितु देश में बिजली चालित वाहनों की संख्या एवं उपलब्धता में बढोतरी की जाएगी, ताकि कार्बन उत्सर्जन पर बे्रक लगाते हुए पर्यावरण को बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि जेबीएम गु्रप वर्तमान में फरीदाबाद के पास वल्लभगढ में सीएनजी बस निर्माण का संयंत्र स्थापित कर चुका है। इसी संयंत्र में कंपनी जल्द ही मेक इन इंडिया के तहत बिजली चालित बसों का निर्माण भी शुरू करेगी।