अजीतानन्द ओझा होंगे देव नगरी देवघर के सरदार पंडा
आगामी 4 जुलाई को पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ विराजित किये जायेंगे
देवघर : झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने घोषणा की है कि 04 जुलाई, 2017 को अजीतानन्द ओझा को सरदार पंडा की गद्दी पर पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ विराजित किया जायेगा। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि देव नगरी में देव तुल्य व्यवस्था हो। देशभर के श्रद्धालु बाबाधाम से राज्य की अच्छी छवि लेकर घर जाएॅ। उन्होंने निर्देश दिया कि रात 12:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक पूरे मेला क्षेत्र को साफ करने पर विशेष जोर दें। मुख्यमंत्री ने सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के अधिकारियों से मेला का प्रचार-प्रसार करने को कहा। उनका मानना है कि श्रावणी मेला की ऐसी छवि बने कि देश के सर्वश्रेष्ठ आयोजनों में इसे एक माना जाय।
श्री दास ने स्पष्ट किया है कि श्रावणी मेला के दौरान 10 जुलाई से 7 अगस्त तक देवघर और बासुकिनाथ धाम मेला क्षेत्र में शराब की बिक्री और सेवन पूरी तरह प्रतिबन्धित रहेगा। उन्होंने कहा कि गत वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी मेला सफलतापूर्वक संचालित करने की व्यवस्था होनी चाहिए । सभी लोग चाहे सरकारी हो या गैर सरकारी सजग और सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि समीक्षा में जो सुझाव आये हैं उन पर सभी सम्बद्ध विभाग संज्ञान लेकर प्रस्ताव तैयार करें। टेंट सिटी की चर्चा करते हुए उनका कहना था कि श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए बिस्तर की जगह भूमि पर शयन एवं विश्राम हेतु दरी का उपयोग किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि देवघर में पुनासी और चान्दन में जलापूर्ति की योजना तैयार कर पेयजल की समस्या दूर की जायेगी. राज्य के मुख्य सचिव राजबाला वर्मा को निर्देश दिया कि वे स्वयं पहल कर जल संसााधन एवं नगर विकास की उच्चस्तरीय बैठक बुला कर इसे क्रियान्वित करायें।
बासुकिनाथ धाम में सैरात और मेला में दुकानों को लगाये जाने के बावत मुख्यमंत्री ने दुकानों को व्यवस्थित करते हुये नये क्षेत्र में विधिवत मेला लगाया जाने का सुझाव दिया । खास क्र दुमका प्रशासन से इसके लिये पहल करने का निर्देश दिया । बासुकिनाथ धाम में भी सुविधाओं से युक्त अतिथि आवासन केन्द्र बनेगा। पर्यटन विभाग से आवासन केन्द्र का भी विस्तार करने को कहा गया.