नई दिल्ली : बिहार के पत्रकार राजीव रंजन की पत्नी आशा रंजन की याचिका पर बिहार के मिन्सिटर तेज प्रताप यादव जो लालू यादव के बेटे हैं को सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया है. इस याचिका में आशा ने उस मामले की जाँच सीबी आई से कराने की मांग की है. साथ ही ममाले की सुनवाई दिल्ली के कोर्ट में कराने की भी मांग की गयी है.
आशा ने सुप्रीम कोर्ट से जारी नोटिस को राहत देने वाला बताया है. उसका का कहना है कि इससे उन्हें उम्मीद जगी है कि अब उनके साथ न्याय होगा. उसका कहना है कि अगर सुप्रीम कोर्ट इस केस कि जाँच की मोनिटरिंग करता है तो इससे पता चल पायेगा कि इस हत्या का कारण क्या था.
इस मामले पर बीजेपी बिहार के अध्यक्ष मंगल पाण्डेय ने कहा कि बिहार की जनता को अब बिहार की सरकार पर भरोषा नहीं रह गया है. जबकि जेडीयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि बिहार सरकार के मंत्री इस नोटिस का जवाब देंगे. उन्होंने दावा किया कि बिहार सरकार ने शहाबुद्दीन मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर उसकी जमानत रद्द करने की मांग की है. उन्होंने यह भी दावा किया कि इस मामले एक आरोपी ने कोर्ट में तीन दिन पहले आत्मसमपर्ण कर दिया है.