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यूनुस अल्वी
पुन्हाना : परिवहन विभाग के कर्मचारी फजरूद्ीन को विभाग में फैले भ्रष्ट्राचार के खिलाफ आवाज उठाना इन दिनों मंहगा पड रहा है। भ्रष्ट कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करने पर फजरूद्ीन को न नौकरी से बर्खास्त करने के लिए झूठे षडयंत्र रचा जा रहा है बल्कि उसके खिलाफ झूठे आरोप लगाने के साथ ही शोषण किया जा रहा है। पीड़ित ने मामले को लेकर विभाग के महा निदेशक, उपायुक्त व मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री को शिकायत देकर न्याय दिलाने के साथ ही भ्रष्ट्र कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
परिवहन विभाग में बस चालक के पद पर कार्यरत फजरूद्ीन ने बताया कि विभाग में भ्रष्ट्राचार को बढ़ावा दे रहे डयूटी कर्लक मोहम्मद इकबाल 30 अक्टूबर 2015 को बिजिलेंस द्वारा रंगे हाथों गिरफ्तार कराया था। जिसके बाद जेल काटने के बाद मोहम्मद इकबाल को विभाग ने दोबारा डयूटी पर लगा लिया। ड्यूटी पर आने के साथ ही मोहम्मद इकबाल द्वारा उसपर फैसला करने का दबाव बनाने के लिए फर्जी लाइसेंस होने की बात कहकर नौकरी से बर्खास्त करने का झूठा षडयंत्र रचा जा रहा है। जबकि फरीदाबाद आरटीओ कार्यालय से आरटीआई द्वारा मंगाई गई सूचना में भी साबित हो चुका है कि मेरा लाइसेंस फर्जी नहीं है।
इसके बाद भी मुझ पर फैसले का दबाव बनाने के लिए मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा है। जिससे मैं व मेरा परिवार तनाव की स्थिती में है और कभी भी मेरे साथ कोई भी हादसा हो सकता है। इसके साथ ही मेरे ड्राईवर होने के बाद भी मुझसे रात के समय में बस अड्डे पर नौकरी करवाकर शोषण किया जा रहा है। कर्लक के अत्याचार से तंग आकर उपायुक्त व सीएम विंडों में शिकायत देकर भी कार्रवाई की मांग की गई थी, लेकिन किसी ने भी इसके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अगर इस दौरान मेरे साथ कोई भी हादसा होता है तो उसके जिम्मेदार कर्लक मोहम्मद इकबाल व इसके साथी होंगे।