करीब दो माह पहले मारपीट, लूट-पाट व इज्जत से खेलने की हुयी थी कोशिश
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से पीडित परिवार का पुलिस से विश्वास उठ गया
यूनुस अलवी
मेवात: बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करने से तो मेवात पुलिस भी डरती है। जिसकी वजह से गरीब समाज के लोगों को महिनों इंसाफ मिलता तो दूर उनका मुकदमा दर्ज तक नहीं हो पाते हैं। ऐसा ही एक मामला पुन्हाना खंड के गांव नई है। जहां गत 7 दिसंबर को गांव के ही बदमाश आरिफ पुत्र मीनू, तालीम पुत्र मकसूद, अरशद पुत्र ईसा और हक्कु पुत्र कुल्लाह सहित करीब 6 बदमाशो ने जंगल में रह रहे एक दलित मुस्लिम परिवार के घर में बदनियती से घुस गये।
बदमाशों ने जहां घर में जमकर लूट-पाट कि वहीं एक नाबालिग लडकी अस्मत लूटने कि कोशिश की और पीडित परिवार के साथ जमकर मारपिटाई कर फरार हो गये। घायलों को पहले पुन्हना, फिर मांडीखेडा के अल-आफिया, नूंह के शहीद हसन खां मेडिकल कॉलेज में इलाज कराया। एक 17 वर्षीय लडकी की हालत गंभीर देखते हुऐ उसे दिल्ली के लोक नायक (अरबन) अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां घायल का करीब सवा महिने इलाज चला।
पीडित मुबीना पत्नि अकबर निवासी नई ने बताया कि 7 दिसंबर की सुबेह जबरजस्त कोहरा के दौरान करीब आरोपी उनके घर में बदनियती, लूटपाट कि नियत से घुस गये थे। जब उन्होने इसका एतराज किया तो आरोपियों ने उनके साथ मारपिटाई ही नहीं कि बल्कि उसकी 17 साल कि एक बेटी का अपहरण, छेड-छाड करने कि कोशिश। आरोपी उनके घर से आधा किलो चांदी के जेवर, 20 ग्राम सोने कि हंसली और चार हजार रूपये नगद लूट कर ले गये।
उन्होने बताया कि इस बारे में उन्होने बिछौर थाने में शिकायत कि जहां उनको नूंह के महिला थाने भेज दिया जब वह महिला थाने गये तो उनको बिछौर थाने भेज दिया। उनका कहना है कि इस तरह पुलिस वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने कि बजाये इधर-इधर उधर भगाते रहे। आखिरकार करीब 15 दिन पहले सरीता नाम कि एक महिला पुलिस कर्मी उनका ब्यान लेकर गई लेकिन आज तक मुकदमा तक दर्ज नहीं हो सका है।
उन्होने चार बार मेवात के एसपी, डीएसपी से शिकायत कि लेकिन कोई अमल नहीं हुआ। उन्होने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को भी इस बारे में शिकायत की उन्होने भी 26 दिसंबर को लिखित में मेवात के एसपी को कार्रवाई के लिये भेजा लेकिन अभी तक कुछ नहीं हो सका है। पीडित महिला का कहना है कि वह दलित मुस्लिम फकीर बिरादरी से ताल्लुक रखती है और आरोपी दबंग हैं इसलिये उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहा है।
मेवात पुलिस कप्तान कुलदीप सिंह का कहना है कि वह इस मामले कि जानकारी लेकर कार्रवाई की जाऐगी। उनका कहना है कि यहां बदमाश या दबंग कि बात नहीं है। अगर किसी के साथ जुल्म किया गया है तो उनको इंसाफ दिलाया जाऐगा।