– प्रतिस्पर्धा के दौर में लड़कियों का पूर्ण शिक्षित होना है जरूरी: एडीसी
गुरूग्राम, 04 जुलाई। जिला में बालिकाओं व उनके अभिभावकों को शिक्षा के प्रति जागरूक कर उन्हें पढ़ाई पूरी करने के उद्देश्य से एडीसी हितेश कुमार मीणा ने पूरी पढ़ाई देश की भलाई अभियान का शुभारंभ किया। एनजीओ चाइल्ड राइट्स एंडयू (CRY) और पहल द्वारा क्रियान्वित इस अभियान का उद्देश्य 12वीं कक्षा तक पूर्ण स्कूली शिक्षा के महत्य के बारे में जागरूकता बढ़ाना और विशेष रूप से माध्यमिक और उच्च माध्यमिक कक्षाओं में लड़कियों के नामांकन और रिटेन्शन को बढ़ावा देना है।
एडीसी हितेश कुमार मीणा ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि लड़कियों की शिक्षा का मतलब सिर्फ लड़कियों को स्कूल भेजना नहीं है। इसका मतलब यह भी है कि लड़कियां स्कूल में रहकर सीखें और सुरक्षित महसूस करें; उन्हें सभी स्तरों की शिक्षा पूरी करने का अवसर मिले। साथ ही वे शिक्षा के उपरांत ज्ञान और कौशल के दम पर विभिन्न प्रकार की प्रतिस्पर्धा में मजबूती से अपनी उपस्थिति दर्ज कर सके।
उन्होंने कहा कि बदलती दुनिया में खुद को ढालने और उसमें ढलने के लिए ज़रूरी सामाजिक-भावनात्मक और जीवन कौशल हासिल हो, इसके साथ ही अपने जीवन के बारे में खुद निर्णय ले सकें और अपने देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे सकें, इसके लिए शिक्षा ही सर्वश्रेष्ठ माध्यम है। एडीसी ने कहा कि लड़कियों की शिक्षा से व्यक्ति और देश दोनों को लाभ होता है। उन्होंने सभी अभिभावकों से आह्वान करते हुए कहा कि उनका यह प्रयास रहना चाहिए कि वे विपरीत परिस्थितियों के बीच भी लड़कियों को पूर्ण शिक्षा अवश्य दिलाए। एडीसी ने इस अवसर पर हस्ताक्षर अभियान के तहत पोस्टर पर बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने व महिला सशक्तिकरण के स्लोगन के साथ हस्ताक्षर भी किए।
इस अवसर पर एनजीओ चाइल्ड राइट्स एंडयू (CRY) और पहल के पदाधिकारी उपस्थित रहे।